Moradabad: मुरादाबाद का नाम कई बार आतंकियों के साथ जुड़ा है। कुछ आंतकी मुरादाबाद से गिरफ्तार हुए तो कई आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद उनके कनेक्शन मुरादाबाद से जुड़े निकले। 8 मार्च को आतंकवाद निरोधक दस्ता उप्र (एटीएस) की सहारनपुर यूनिट की टीम ने आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) और मुरादाबाद के थाना कटघर पुलिस की संयुक्त टीम ने हिजबुल मुजाहिद्दीन के फरार आतंकी जम्मू कश्मीर के पुंछ के ग्राम फजलाबाद निवासी उल्फत हुसैन उर्फ मोहम्मद सैफुल इस्लाम उर्फ अफजाल उर्फ परवेज उर्फ हुसैन मलिक पुत्र हाजी अताउल्ला खां को गिरफ्तार कर लिया है। 18 वर्षों से फरार आतंकी उल्फत हुसैन पर 25 हजार का इनाम घोषित था।
गिरफ्तार आरोपी लश्कर-ए-तैयबा का सदस्य
27 अक्टूबर 2017 को आईबी, एटीएस और पुलिस की संयुक्त टीम ने गोधरा कांड के आरोपित और लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य फरहान को मुरादाबाद के थाना मुगलपुरा क्षेत्र से गिरफ्तार किया था। जांच में सामने आया था कि उसे छह अगस्त 2007 को दिल्ली की स्पेशल टीम ने पोटा मामले में गिरफ्तार किया था। कोर्ट ने सात साल की सजा सुनाई थी। 2009 में दिल्ली हाईकोर्ट से वह जमानत पर छूट गया। कोर्ट ने उसका पासपोर्ट जब्त करने के साथ विदेश जाने पर रोक लगाई थी। सिद्धार्थनगर जनपद के शोहरतगढ़ निवासी फरहान मुरादाबाद आ गया था। वह थाना मुगलपुरा क्षेत्र में किराये के मकान में रहता था। यहीं रहते हुए उसने ड्राइविंग लाइसेंस और राशन कार्ड बनवा लिए थे। इन दस्तावेजों से ही उसने पासपोर्ट और वीजा बनवाकर कुवैत भी गया था।
अगस्त 2023 में गिरफ्तारी
03 अगस्त 2023 को एटीएस ने मुरादाबाद के थाना मूंढापांडे क्षेत्र के मिलक गुलड़िया निवासी अहमद रजा उर्फ शाहरुख को गिरफ्तार किया था। वह जयपुर स्थित मदरसे में पढ़ाई करने गया था। दीनी तालीम लेने के बाद वहीं मदरसे में पढ़ाने लगा था। इसी दौरान वह हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी फिरदौस निवासी अनंतनाग (जम्मू कश्मीर) के सम्पर्क में आ गया था। उसने अनंतनाग जाकर हथियार चलाने की ट्रेनिंग ली थी।
04 अक्टूबर 2023 को दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल और नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) आतंकी झारखंड निवासी अरशद वारसी मुरादाबाद के सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला लाल मस्जिद से गिरफ्तार किया था। वह अपनी सुसराल में रह रहा था। मुरादाबाद के सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला लाल मस्जिद एक परिवार की बेटी अलीगढ़ विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने गई थी। वहां उसकी मुलाकात झारखंड निवासी अरशद वारसी से हुई थी। अरशद ने अलीगढ़ यूनिवर्सिटी से मेकेनिकल इंजीनियरिंग की है। पांच साल पहले लॉकडाउन के दौरान अरशद वारसी ने युवती से प्रेम विवाह कर लिया था। इसके बाद दोनों दिल्ली चले गए। अरशद वारसी जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी से पीएचडी कर रहा था। इसी दौरान अरशद आईएस के सम्पर्क में आ गया। इसके बाद अरशद वारसी दिल्ली से मुरादाबाद अपनी ससुराल में आ गया था। यहां आकर भी वह सोशल मीडिया और मोबाइल के जरिए अपने साथियों के सम्पर्क में था। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल और एएनआई की एक टीम मुरादाबाद पहुंची और उसे पकड़ कर साथ ले गई। पुलिस की जांच में सामने आया है कि अरशद वारसी के ससुर का हैंडक्राफ्ट का काम है। उसका एक बेटा अमेरिका में रहता है जबकि दो बेटे मुरादाबाद में ही रहकर काम करते हैं।
रोहिंग्या भी गिरफ्तार
इसके अलावा तेलंगाना में म्यांमार का रहना वाला रोहिंग्या भी पकड़ा गया था। पुलिस ने उसके पास से एक पासपोर्ट बरामद किया था। ये पासपोर्ट थाना कांठ क्षेत्र के गांव अकबरपुर चौदरी के पते पर बनवाया था। आरोपित इसी पासपोर्ट की मदद से सऊदी अरब की यात्रा करके आया था। इस मामले में तेलंगाना पुलिस के दरोगा ने कांठ थाने में केस भी दर्ज कराया था। इतना नहीं रोहिंग्या महिला ने मुरादाबाद में अपना ठिकाना बना लिया था। म्यांमार निवासी रोहिंग्या महिला फातिमा उर्फ अमीना उर्फ मोटी, उसकी बेटी रिहाना, गुलशन और अर्शी पकड़ी गई थीं। यहां आने से पहले महिला 17 साल तक मेरठ में ठिकाना बनाकर रही थी।