महाराष्ट्र में शिवसेना नेता संजय राऊत की पत्नी वर्षा राऊत प्रवर्तन निदेशालय के सम्मुख पेश हुईं। 4,355 करोड़ रुपए के पीएमसी बैंक घोटाले के एक आरोपी से संबंधित मामले में ईडी ने वर्षा राऊत को समन जारी किये थे। जिसके बाद उन्होंने 5 जनवरी तक की मोहलत मांगी थी।
पीएमसी बैंक घोटाले में संशयास्पद लेनदेन के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वर्षा राऊत को समन जारी किये थे। सूत्रों को अनुसार उन्हें कुल तीन समन ईडी की ओर से जारी किये गए थे। जिसमें वर्षा राऊत और माधुरी प्रवीण राऊत के बीच हुए लेनदेन के बारे में जानकारी के लिए पूछताछ की जानी थी। लेकिन वर्षा राऊत ने ईडी को पत्र लिखकर 5 जनवरी 2021 को पेश होने तक समय देने का पत्र दिया था। इस पत्र के आधार पर उन्हें 5 जनवरी 2021 तक ईडी के समक्ष पूछताछ के लिए पेश होना था। इसी के अनुरूप वे 4 जनवरी को ही दिन में एक बजे ईडी कार्यालय में पेश हो गईं।
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ये है मामला
- ईडी के अनुसार प्रवीण राऊत ने 95 करोड़ रुपए आर्थिक रूप से संकटग्रस्त पीएमसी बैंक से कर्ज के रूप में लिये हैं। इसमें से उसने 1.6 करोड़ रुपए अपनी पत्नी माधुरी राऊत के अकाउंट में स्थानांतरित किये थे। आरोप है कि इसी पैसे में से 55 लाख रुपए वर्षा राऊत को दो बार में ( 50 लाख रुपए 23 दिसंबर 2010 को और 5 लाख रुपए 15 मार्च 2011 को दिये गए हैं) ये पैसे बगैर किसी ब्याज के दिये गए हैं।
- ईडी का दूसरा आरोप है कि वर्षा राऊत और माधुरी प्रवीण राऊत अवनी कंस्ट्रक्शन में हिस्सेदार हैं। इसी में हिस्सेदार के तौर पर वर्षा राऊत ने 12 लाख रुपए प्राप्त किये थे। जिसे ओवरड्रॉन कैपिटल को कर्ज के रूप में बदलकर दिखाया गया है। यह लोन अब भी बकाया है।
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कौन है प्रवीण राऊत?
प्रवीण राऊत पर पीएमसी बैंक से 95 करोड़ रुपए बतौर कर्ज लेने का आरोप है। ईडी को प्रवीण राऊत और एचडीआईएल के बीच संबंध मिले हैं। शुरुआती जांच में ईडी के सूत्रों की ओर से जो जानकारी मिली है उसके अनुसार प्रवीण राऊत को एचडीआईएल की ओर से पालघर में भूखंड खरीद के लिए पैसे दिये गए थे। इन लेनदेनों में आवश्यक कागजी कार्रवाई के बगैर किये गए लेनदेन शामिल हैं। ईडी ने इसीलिए प्रवीण राऊत पर कार्रवाई करते हुए 72 करोड़ रुपए की उसकी संपत्ति प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग एक्ट के अंतर्गत जब्त की है।
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क्या है पीएमसी बैंक घोटाला?
पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटीव बैंक में 4,355 करोड़ रुपए की धांधली हुई थी। इसमें ईडी ने धनशोधन (मनी लॉड्रिंग) का आपराधिक मामला दर्ज किया है। यह मामला हाउसिंग डेवलपमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल) के प्रमोटर राकेश वाधवान उनके बेटे सारंग वाधवान, पूर्व चेयरमैन वरयम सिंह और पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर जॉय थॉमस के विरुद्ध दर्ज किया गया है। इस मामले में ईडी ने राकेश वाधवान और वाधवान फैमिली ट्रस्ट की 293 करोड़ रुपए की संपत्ति और 63 करोड़ रुपए के आभूषण अटैच किये हैं।
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