सिक्किम में दक्षिण ल्होनाक झील के फटने के बाद तीस्ता नदी में आई विनाशकारी बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 26 हो गई है। 142 लोग बाढ़ में लापता हो गए हैं।
सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से 6 अक्टूबर की शाम जारी रिपोर्ट के मुताबिक मरने वालों की संख्या 26 हो गई है जबकि 142 लोग लापता हैं। बाढ़ की चपेट में आकर कुल 1173 घर गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। घटना के तीसरे दिन तक कुल 2413 लोगों को बचाया जा चुका है।
मंगन जिला
जिले में अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है और 15 लोग लापता हैं। जिले में 700 लोगों को बचाया गया है और आठ पुल बह गये हैं। जिले में स्थापित विभिन्न शिविरों में 1965 लोग हैं।
गंगटोक जिला
जिले में 6 लोगों की मौत हो चुकी है और 23 लोग लापता हैं। जिले में 1025 लोगों को बचाया गया है और 1715 लोग विभिन्न शिविरों में हैं। जिले में तीन पुल पूरी तरह ध्वस्त हो गये हैं।
टल गया वंदे भारत एक्सप्रेस बड़ा हादसाः जानिये, कितना खतरनाक था षड्यंत्र
नामची जिला
जिले में एक भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई, लेकिन 65 लोग बाढ़ की चपेट में आकर लापता हैं। यहां अब तक 630 लोगों को बचाया गया है और 1088 लोग विभिन्न शिविरों में हैं। यहां कुल दो पुल बाढ़ में बह गए हैं।
पाकिम जिला
जिले में सबसे ज्यादा मौतें हुई है। यहां सेना के जवानों समेत 16 लोगों की मौत हो गई। जबकि 40 लोग लापता हैं। 58 लोगों को अब तक बचाया जा चुका है। जिले में स्थापित विभिन्न शिविरों में कुल 2107 लोग हैं।