Uttarkashi Tunnel Accident: सिलक्यारा टनल में फंसी 40 जिंदगियों को बचाने के लिए इंदौर से लाई गई मशीन

एनएचडीआईएल के निदेशक अंशु मनीष खलको ने बताया कि रेस्क्यू अभियान की प्रतिधारण क्षमता बढ़ाने और बैकअप के लिए इंदौर से एक और ऑगर मशीन एयर लिफ्ट कर लाने की व्यवस्था की गई है।

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उत्तरकाशी (Uttarkashi) के सिलक्यारा (Silkyara) में टनल (Tunnel) में फंसे 40 श्रमिकों के रेस्क्यू अभियान (Rescue Operation) के बैकअप के लिए इंदौर (Indore) से एक और ऑगर मशीन (Auger Machine) मंगाई गई है। भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) ने उत्तराखंड (Uttarakhand) के धरासू में चल रहे बचाव में सहायता के लिए अपना अभियान जारी रखा है। इंदौर से देहरादून तक लगभग 22 टन महत्वपूर्ण उपकरण पहुंचाने के लिए परिवहन विमान सी-17 को तैनात किया गया है। एयर लिफ्ट कर आ रही यह मशीन शनिवार सुबह तक पहुंचने की संभावना है। इसी बीच एनएचडीआईएल ने टनल हादसा रेक्स्यू के लिए अमेरिका से आई मशीन में खराबी आने से काम रुकने की बात को खारिज कर बताया कि मशीन को रेस्ट देने के लिए काम रोका गया है।

एनएचडीआईएल के निदेशक अंशु मनीष खलको ने बताया कि रेस्क्यू अभियान की प्रतिधारण क्षमता बढ़ाने और बैकअप के लिए इंदौर से एक और ऑगर मशीन एयर लिफ्ट कर लाने की व्यवस्था की गई है, ताकि रेस्क्यू अभियान जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि मशीन शनिवार सुबह तक पहुंच जाएगी।

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मशीन खराब होने की बात गलत है
शुक्रवार तक सिलक्यारा रेस्क्यू ऑपरेशन में 22 मीटर पाइप लाइन बन गई। इसी बीच अमेरिका से आई मशीन में तकनीक खराबी आने से ड्रिल का काम रुकने की चचाएं आई, लेकिन देर सायं एनएचडीआईएल के निदेशक अंशु मनीष खलको ने स्पष्ट किया कि मशीन खराब होने की बात गलत है। टनल के अन्दर मशीन से वाइब्रेशन के कारण रेस्क्यू अभियान रोका गया है, ताकि मलबा और न गिरे। मशीन को रेस्ट देने के लिहाज से भी काम रोका गया है। उन्होंने बताया कि सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए एमएस पाइप की स्केप टनल बनाने के लिए ऑगर मशीन की सहायता से कार्य प्रगति पर है।

उपजिलाधिकारी बचाव कार्य की निगरानी कर रहे हैं
उपजिलाधिकारी बचाव कार्य की निगरानी कर रहे हैं उल्लेखनीय है कि उत्तरकाशी जिले में स्थित सिलक्यारा ऑलवेदर रोड की सुरंग में भीतर भूस्खलन से 40 मजदूर फंस गए हैं। उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए मलबे के बीच में 900 एमएम के पाइप का ड्रिल किया जा रहे हैं। शुक्रवार दोपहर तक पांच पाइप ड्रिल कर लगभग 22 मीटर तक मलबे के भीतर पाइप पहुंच चुके थे।जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला, पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी, उपजिलाधिकारी बृजेश तिवारी रेस्क्यू कार्यों की मॉनीटरिंग कर रहे हैं।

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