SIM Hacking: स्टील कारोबारी का सिम हैक, 7.5 करोड़ रुपये उड़ाया

मोबाइल मैसेज व कॉल रिसीव न होने पर मोबाइल सिम गैलरी में जाने पर गुप्ता बंधुओं को पता चला कि किसी हैकर ने सिम कार्ड हैक करके उनकी कंपनी के बैंक खाते से 7.5 करोड़ रुपये दूसरे बैंक खाते में ट्रांसफर कर लिए हैं।

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SIM Hacking: मुंबई (Mumbai) के मलाड (Malad) से चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। स्टील कारोबारी गुप्ता बंधुओं (Gupta brothers) के मोबाइल सिम को हैक (mobile SIM hacked) कर एक हैकर ने उनके बैंक खाते से 7.5 करोड़ रुपये उड़ा (Rs 7.5 crore stolen) लिए।

मोबाइल मैसेज व कॉल रिसीव न होने पर मोबाइल सिम गैलरी में जाने पर गुप्ता बंधुओं को पता चला कि किसी हैकर ने सिम कार्ड हैक करके उनकी कंपनी के बैंक खाते से 7.5 करोड़ रुपये दूसरे बैंक खाते में ट्रांसफर कर लिए हैं। वे तुरंत साइबर पुलिस स्टेशन पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने कुछ बैंक खातों को फ्रीज करके 4.5 करोड़ रुपये बचाए हैं।

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क्या है मामला ?
मलाड वेस्ट के रहने वाले विनोद गुप्ता (65) का स्टील ट्रेडिंग का कारोबार है। उनके बेटे विकास और वरुण दोनों ही अपने पिता के कारोबार में हैं। उनका ऑफिस भी मलाड वेस्ट में ही है। शिकायतकर्ता विकास गुप्ता ने बताया कि 22 दिसंबर की शाम करीब 7 बजे गुप्ता के रिश्तेदारों ने शिकायत की कि उनके पिता और भाई के मोबाइल फोन की घंटी बज रही थी, लेकिन वे उठा नहीं रहे थे। चूंकि उनके मोबाइल नंबर उनकी कंपनी के बैंक खाते से जुड़े थे, इसलिए गुप्ता भाइयों ने एयरटेल गैलरी में जाकर पूछताछ की, लेकिन उन्हें बताया गया कि उनका सिम गुप्ता ने दावा किया कि उनके पिता और भाई को कोई ओटीपी (वन-टाइम पासवर्ड) या सिम बदलने के निर्देश नहीं मिले और उन्हें संदेह है कि यह प्रक्रिया अपने आप हो गई।

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80 अलग-अलग बैंक खातों से ट्रांजेक्शन
एयरटेल कर्मचारी ने उन्हें अपने बैंक खातों की जांच करने की सलाह दी। जब गुप्ता ने अपने निजी और कंपनी के बैंक खातों की जांच की, तो उन्हें यह जानकर आश्चर्य हुआ कि उनकी कंपनी के आईसीआईसीआई बैंक खातों से 7.50 करोड़ रुपये आईडीएफसी, बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक के विभिन्न खातों में स्थानांतरित किए गए थे। , आईडीबीआई और कई अन्य बैंकों से करोड़ों रुपए की हेराफेरी की गई है। यह घटना 21 दिसंबर की सुबह 9.50 बजे से 23 दिसंबर की सुबह 11.21 बजे के बीच हुई और करीब 80 अलग-अलग बैंक खातों से ट्रांजेक्शन किए गए।

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खाते फ्रीज करके 4.5 करोड़ रुपये बचाए
गुप्ता ने तुरंत साइबर पुलिस से संपर्क किया और सोमवार को शिकायत दर्ज कराई। फिलहाल पुलिस लेन-देन की जांच कर रही है और जहां भी संभव हो सका, आरोपियों के खाते फ्रीज करके 4.5 करोड़ रुपये बचाए हैं। हैकर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और उसकी तलाश की जा रही है। गुप्ता ने पुलिस को बताया, “मेरे पिता और भाई को कोई ओटीपी नहीं मिला, न ही उन्होंने किसी लिंक पर क्लिक किया। अधिकारियों के मुताबिक, हैकर ने उनके सिम का क्लोन बनाया और उसका इस्तेमाल किया।”

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मोबाइल गैलरी बंद
उनके मोबाइल नंबरों से बैंक खाते से जुड़े खाते पर नियंत्रण प्राप्त करके सभी लेन-देन नेट बैंकिंग के माध्यम से किए गए। हैकर ने इन लेन-देनों को अंजाम देने के लिए शनिवार और रविवार का दिन चुना क्योंकि इन दिनों बैंक और मोबाइल गैलरी बंद रहती हैं। “कुल 80 गुप्ता की कंपनी के खाते से बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर किए गए थे। पुलिस ने बताया कि उन्होंने इनमें से कुछ खातों को फ्रीज कर दिया है और करीब 4.5 करोड़ रुपए बचा लिए हैं।

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