Manipur Violence: मणिपुर में नहीं सुधर रहे हालात, इस कारण फिर बढ़ा तनाव

मणिपुर में 2 छात्रों की हत्या के विरोध में छात्र सड़कों पर उतर आए हैं।

167

मणिपुर (Manipur) में दो छात्रों (Students) के अपहरण (Kidnapping) और हत्या (Murder) की जांच के लिए सीबीआई (CBI) की टीम बुधवार (27 सितंबर) को विशेष विमान से इंफाल (Imphal) पहुंची। इस टीम का नेतृत्व एजेंसी के विशेष निदेशक अजय भटनागर कर रहे हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इससे पहले बुधवार को मणिपुर के इंफाल में सीएम सचिवालय से करीब 200 मीटर दूर मोइरांगखोम में पथराव कर रही भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले दागे। इस घटना में कई छात्र घायल हो गये।

ये छात्र जुलाई में लापता हुए दो युवकों के अपहरण और हत्या के विरोध में आयोजित रैली में भाग ले रहे थे। लापता युवक की तस्वीरें हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं। अधिकारियों ने बताया कि छात्र ‘We want justice’ के नारे लगाते हुए मुख्यमंत्री बीरेन एन सिंह के बंगले की ओर बढ़ रहे थे।

यह भी पढ़ें- Nepal: सम्बन्ध विच्छेद के लिए मुसलमानों को विशेषाधिकार नहीं, तीन तलाक पर भी लगा सर्वोच्च झटका

हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग
वहीं, रैली का नेतृत्व कर रहे छात्र नेता लैनथेंगबा ने मीडिया से बात करते हुए दोनों युवकों की हत्या करने वालों की गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने कहा, “हम मांग करते हैं कि दोनों युवकों के हत्यारों को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार किया जाए और उनके शवों को दाह संस्कार के लिए बरामद किया जाए।”

छात्र नेता ने कहा, “हम अपनी शिकायतों को लेकर मुख्यमंत्री से मिलना चाहते हैं। हमारे दोस्तों और सहकर्मियों की बेरहमी से हत्या की जा रही है। ऐसे में हम अपनी पढ़ाई कैसे जारी रख सकते हैं।”

छात्रों ने पथराव किया
अधिकारियों ने कहा कि छात्रों के गुस्से को शांत करने के लिए, पुलिस ने घोषणा की कि वह छात्र प्रतिनिधियों को मुख्यमंत्री और राज्यपाल दोनों से मिलने की अनुमति देने की व्यवस्था कर रही है। इसी बीच कुछ छात्रों ने पथराव शुरू कर दिया और स्थिति अचानक बिगड़ गयी।

इंफाल में विरोध प्रदर्शन जारी
दो छात्रों के अपहरण और हत्या के विरोध में छात्र समूहों ने मंगलवार को राज्य की राजधानी इंफाल में बड़े पैमाने पर विरोध रैलियां निकालीं। छात्र संगठनों के दृश्य ऑनलाइन सामने आने के बाद मंगलवार को विरोध प्रदर्शन का एक नया दौर शुरू हुआ। प्रदर्शनकारियों की रैपिड एक्शन फोर्स के साथ भी झड़प हुई, जिसमें कम से कम 45 प्रदर्शनकारी घायल हो गए।

संभावित हिंसा की आशंका में इंफाल और राज्य के अन्य हिस्सों में मणिपुर पुलिस, सीआरपीएफ और आरएएफ कर्मियों की बड़ी टुकड़ियों को तैनात किया गया है। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि वह “राज्य के लोगों को आश्वस्त करते हैं कि राज्य और केंद्र दोनों सरकारें अपराधियों को पकड़ने के लिए मिलकर काम कर रही हैं।” दोनों युवकों की हत्या का मामला सीबीआई को सौंप दिया गया है।

देखें यह वीडियो- 

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.