शिंदे गुट के प्रभावशाली नेता और पूर्व मंत्री उदय सामंत की कार पर हमले के आरोप में पुलिस ने छह शिवसैनिकों गिरफ्तार किया है। इनमें शिवसेना के नगर प्रमुख संजय मोरे, आदित्य ठाकरे की जनसभा के मुख्य आयोजक संभाजी थोर्वे, राजेश पलस्कर, चंदन सालुंके, सूरज लोखंडे और रूपेश पवार शामिल हैं। इस घटना की छानबीन पुणे पुलिस की टीम कर रही है।
उदय सामंत ने 2 अगस्त देररात इस आशय की शिकायत पुणे के कोथरुड पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाई थी। शिकायत में 15 लोगों को नामजद किया गया है। पुलिस अन्य आरोपितों की तलाश कर रही है।
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उदय सामंत की कार पर हमला
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पुणे के दौरे पर थे। इसी दौरान उदय सामंत की कार पर हमला किया गया। शिंदे ने आम नागरिकों को कानून हाथ में न लेने की अपील की है। उन्होंने कहा कि किसी की कार पर पत्थर फेंक कर भाग जाना बहादुरी नहीं है। सामंत ने कहा है कि यह हमला उन्हें खत्म करने के लिए किया गया। हमला शिवसेना ने सुपारी देकर करवाया है ।
नीलम गोर्हे की हमले की निंदा
विधान परिषद की उप सभापति नीलम गोर्हे ने कहा कि यह हमला निंदनीय है, लेकिन शिंदे समूह के लोग पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर बयान दे रहे हैं। पुलिस शिवसैनिकों को निशाना बना रही है, यह ठीक नहीं है। शिवसेना इसका विरोध करेगी।
यह है मामला
उदय सामंत 2 अगस्त को पुणे के मोहम्मद वाडी में पूर्व नियोजित कार्यक्रम खत्म करने के बाद घर लौट रहे थे। कात्रज के कटराज चौक पर उनकी कार पर हमला किया गया। हमले में उनकी कार क्षतिग्रस्त हो गई। हमला करने वालों ने उदय सामंत को गद्दार कहते हुए उनपर भी हमले का प्रयास किया, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उदय सामंत को बचा लिया। उदय सामंत की कार पर जहां हमला हुआ, उसी क्षेत्र में शिवसेना के युवा अध्यक्ष आदित्य ठाकरे की सभा हो रही थी।
वाई श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त
उदय सामंत को केंद्र सरकार ने वाई स्तर की सुरक्षा प्रदान की है। हमले के वक्त सामंत के काफिले में स्थानीय पुलिस की पायलट वैन भी थी।