राजनीतिक उथल-पुथल, सुझावों के बहाने नेताओं के तिक्ष्ण प्रहार झेलती कांग्रेस लोकसभा और राज्यसभा को मिलाकर सैकड़े के अंदर सिमट गई है। सियासी फ्रंट पर गर्म वातावरण के बीच ही हवा ने भी परेशानी खड़ी कर दी है। हवा की गुणवत्ता दिनोंदिन नीचे गिर रही है। इसके मद्देनजर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी गोवा पहुंच गए हैं। जबकि मुख्यमंत्री की फजीहत जारी है कोरोना के बढञते आंकड़ो को लेकर दिल्ली हाइकोर्ट की टिप्पणी और बीजेपी की ताने दोनों सुनने पड़े हैं।
दिल्ली की हवा में धुएं और प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है। ये बुजुर्ग, बीमार, बच्चों के लिेए बड़ा खतरा है। वहां रहने वाले अस्थमा के मरीजों के लिए सांस लेना भी दिक्कत भरा हो गया है। इस बीच खबर है कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी अपने पुत्र राहुल गांधी के साथ गोवा चली गई हैं। सूत्रों के अनुसार सोनिया गांधी को इन्फेक्शन की शिकायत है इसके अलावा वे खराब स्वास्थ्य से जूझ रही हैं। ऐसे में डॉक्टरों ने उन्हें दिल्ली से प्रदूषण मुक्त स्थान पर जाने की सलाह दी है।
Dear CM @ArvindKejriwal ji, we are making sure that there is no pollution issue in Goa and our Govt will ensure that our state remains pollution free. I am sure the people of Delhi also want the same in their beautiful state. https://t.co/tUHU2wqmdV
— Dr. Pramod Sawant (@DrPramodPSawant) November 11, 2020
इस बीच दिल्ली के धुंए पर सियासत भी शुरू है। बीजेपी के नेता शहर के प्रदूषण में पराली जलाने की भूमिका मात्र 4 प्रतिशत मानते हैं तो मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस पर पलटवार बोल दिया। इस बीच केजरीवाल और गोवा के मुख्यमंत्री के बीच प्रदूषण को लेकर ट्वीट-ट्वीट छिड़ गया।
Delhi: Door-to-door survey begins for identification of symptomatic people amid a rise in COVID-19 cases in the national capital. An ASHA worker says, "If any person is suffering from fever, we send them to nearby government dispensary for COVID-19 test". pic.twitter.com/KHxKT8t2Yj
— ANI (@ANI) November 20, 2020
कोरोना संक्रमण भी चिंतनीय
कोरोना फिर अपने रौद्र रूप में है। रोज दिल्ली में 5 हजार से अधिक लोग संक्रमित हो रहे हैं। बढ़ते संक्रमण के कारण अस्पताल पूरी क्षमता में भरे पड़े हैं। केंद्रीय गृहमंत्री ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल संग बैठक करके कोरोना से लड़ने के लिए केंद्रीय सहायता में बढ़ोतरी की घोषणा की है। लेकिन इस कार्य को लेकर भी आम आदमी पार्टी और बीजेपी के मध्य हवा खराब हो गई। कोरोना से लड़ने में एक सरकार विफलता का ठीकरा फोड़ने के लिए सिर ढूंढ रही है तो दूसरी कार्यों का श्रेय किसी को लेने देना नहीं चाहती। नेता उलझे हैं श्रेय लेने में तो दूरी तरफ दिल्ली हाइकोर्ट ने भी दिल्ली सरकार पर तीखी टिप्पणी की है।
"You were shaken out of slumber, you turned turtle after we asked questions," said the Delhi High court slamming the Kejriwal govt over its recent measures to tackle the Corona spike.https://t.co/vEDraIGWXu
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) November 19, 2020
और टिप्पणी आई आप बन गए हैं कछुआ
- आपकी (दिल्ली सरकार) चाल कछुए जैसी (सुस्त) हो गई है। कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं, चारों तरफ से यही आवाज आ रही है। स्थिति बिगड़ रही है, लेकिन आप क्यों नहीं चेत रहे?
- आपको 11 नवंबर को हिलाकर जगाने की जरूरत क्यों पड़ी? 1 नवंबर से आप क्या कर रहे थे? 18 दिन तक (18 नवंबर तक) कोई निर्णय क्यों नहीं लिया? क्या आपको अंदाजा है, इस दौरान कितने लोगों की जान चली गई? जिनके करीबियों की मौत हो गई, क्या आप उन्हें समझा पाएंगे?
- सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, सार्वजनिक रूप से न थूकने और मास्क पहनने को अनिवार्य करने को लेकर दिल्ली सरकार की निगरानी पर भी कोर्ट ने नाखुशी जताई। कहा- आप किस तरह की मॉनिटरिंग कर रहे हैं? स्थिति को जरा मोटे चश्मे से देखिए। दिल्ली की स्थिति न्यूयॉर्क और साओ पाउलो जैसी हो चुकी है।
- दिल्ली सरकार ने कोर्ट में कोरोना की जो संख्या दी है, वह उनके मंत्रियों के प्रेस में दिए बयानों से मेल नहीं खाती।
यह देखकर दिल दुख जाता है कि दिल्ली में एक दिन में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 131 तक पहुंच गया।