1 मई रात तूफान में फंसने की वजह से क्रैश लैंडिंग करने वाले स्पाइस जेट के विमान के बारे में डीजीसीए ने नया खुलासा किया है। पता चला है कि जिस समय विमान तूफान की चपेट में आया, उस समय वह ऑटो पायलट मोड में था।
जांच प्रक्रिया जारी
डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) की ओर से 3 मई को जारी एक बयान में बताया गया है कि नियमानुसार लैंडिंग के समय विमान ऑटो पायलट मोड में नहीं होना चाहिए। इसके बावजूद स्पाइसजेट का विमान उस समय ऑटो पायलट मोड में था, इसलिए एसओपी की प्रक्रिया में खामी रिकॉर्ड की गई है। विमान के अचानक तूफान की चपेट में आने और जोर से झटके खाने की वजह से केबिन से सामान गिरने पर 14 लोग घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है। दो यात्री गंभीर हालत में आईसीयू में इलाज करवा रहे हैं। एक के सिर में गंभीर चोट आई है, जबकि दूसरे की रीढ़ की हड्डी में चोट आई है। 195 यात्रियों की क्षमता वाले इस विमान के तूफान की चपेट में आने के मामले की जांच प्रक्रिया जारी है।
जांच-पड़ताल जारी
डीजीसीए ने अपने बयान में कहा है कि वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अरुण कुमार के नेतृत्व में एक जांच टीम का गठन किया गया है, जो उक्त घटना के बारे में जांच कर रही है। जिस विमान में यह दुर्घटना हुई थी, उसे कोलकाता में रखा गया है, जहां जांच-पड़ताल जारी है।
दुर्गापुर एयरपोर्ट पर लैंडिंग से पहले टर्बुलेंस में फंसा
उल्लेखनीय है कि मुंबई से दुर्गापुर आ रही स्पाइसजेट की फ्लाइट संख्या एसजी 945, 1 मई रात के समय दुर्गापुर एयरपोर्ट पर लैंडिंग से पहले टर्बुलेंस में फंस गया था। इसकी वजह से केबिन में रखा सामान अचानक गिरने लगा था और विमान भी तेज झटके खाने लगा था। इसमें कम से कम 40 यात्री घायल हुए थे, जिनमें से 14 को अस्पताल में भर्ती किया गया है।