Rajasthan: टाेंक जिले में मालपुरा उपखंड क्षेत्र के लांबाहरिसिंह सिन्धोलिया गांव में खान में पत्थर खनन विवाद को लेकर समझाने पहुंची पुलिस पर ग्रामीणों ने पथराव कर दिया। इससे मालपुरा एएसपी समेत 12 पुलिसकर्मी चोटिल हो गए, छह पुलिसकर्मी लहूलुहान हो गए। ग्रामीणों ने पुलिस की जीप के शीशे फोड़ दिए। ग्रामीणों का गुस्सा देख पुलिस पीछे हट गई। घायल पुलिसकर्मियों का घटनास्थल के पास के गांव में निजी डॉक्टर से प्राथमिक उपचार कराया गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि वे अपने पशु नहीं चरा पा रहे हैं। स्टे के बावजूद खनन शुरू हो गया है। जबकि लीज धारक का कहना है कि स्टे हट गया है। बढ़ते तनाव को देखते हुए एसपी ने गांव के आसपास अतिरिक्त पुलिस जाप्ता तैनात कर दिया है। पुलिस की और फोर्स आने पर ग्रामीण वहां से चले गए।
यह है प्रकरण
मालपुरा एएसपी रामकुमार कस्वां ने बताया कि मालपुरा से करीब बारह किमी दूर सिंधोलिया गांव है। उसमें पहाड़ी क्षेत्र में खाते की जमीन में 2021 में खान लीज हुई थी। गांव के कई ग्रामीण इस खान से खनन के विरोध में थे। फिर इस खान में खनन पर स्टे ले लिया। ग्रामीण चाहते हैं कि इस क्षेत्र में खनन नहीं हो ताकि उनके मवेशी चर सकें। करीब दस दिन पहले स्टे हट गया। इसके चलते लीज धारक ने गत दिनों खनन शुरू करवा दिया। लीजधारक डिग्गी के रामप्रताप सिंह ने विकास चौधरी को कॉन्ट्रेक्ट बेस पर खान दे रखी है। इससे नाराज सिंधोलियों के सैकड़ों ग्रामीण एकत्रित होकर सुबह करीब 11 बज खनन कार्य बंद करवाने चले गए। ग्रामीणों ने खान में तोड़फोड़ कर दी। इसकी सूचना मिलने के बाद लांबाहरिसिंह पुलिस मौके पर पहुंची तो ग्रामीणों ने पथराव कर दिया। पथराव की सूचना मिलने पर मैं जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचा। ग्रामीणों ने बिना बात करे ही फिर पथराव कर दिया। इससे मालपुरा एएसपी रामकुमार कस्वां, उनका गनमैन समेत 12 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
क्या कहते हैं ग्रामीण?
उधर, ग्रामीणों का कहना है कि स्टे हटने की कोर्ट को कॉपी न तो पुलिस दिखा पाई और ना ही खनन करने वाले दिखा पाए। स्टे होने के बावजूद अवैध खनन करने पर रोका तो खनन माफियाओं ने अभद्र व्यवहार किया। इसके बाद दोनों पक्ष में झगड़ा हो गया। ग्रामीणों का कहना है कि पहले भी कई बार अवैध खनन की शिकायत पुलिस और अन्य जिम्मेदार अधिकारियों को दे चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई तो आज मजबूरन गांव के महिला पुरुष सब एकत्रित होकर अवैध खनन रुकवाने आए थे।
सरपंच का आरोप
सिंदोलिया के पूर्व सरपंच रामचंद्र जाट ने बताया कि एक ही व्यक्ति के नाम मिलीभगत से फर्जीवाड़ा कर पहाड़ी क्षेत्र में कृषि भूमि का करीब सवा सात सौ बीघा का आवंटन करवा लिया है। इसमें फिर कुछ जमीन पर खान लीज करवा ली जबकि यह वन क्षेत्र है। आज इसका विरोध करने ग्रामीण गए थे। वहां रह रहे करीब चालीस कर्मचारियों ने पहले लोगों से मारपीट की। फिर झगड़ा बड़ा हो गया।
मालपुरा एएसपी कस्वां ने बताया कि पुलिस पर हमला करने, राज कार्य मे बाधा डालने आदि धाराओं में आरोपी लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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