स्वामी अनिकेतशास्त्री ने पीएम मोदी को भेंट किया ताम्रपत्र “मोदी शतकम्”

ताम्रप्रत्र के बाबत स्वामी अनिकेतशास्त्री ने बताया कि छत्रपति शिवाजी महाराज किसी का विषेश सम्मान 'ताम्रपट' से करते थे । यह महाराष्ट्र की सर्वोच्च परंपरा रही है। ताम्रपत्र पर उकेरे "मोदी शतकम्" में भारतीय प्रधानमंत्री के राष्ट्रहित के गौरवशाली कार्यों का वर्णन किया गया है।

398

भारतीय संस्कृति के अग्रदूत बन पूरी दुनिया में देश की विरासतों को एक नयी पहचान दिलाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यशोगाथा एक ताम्रप्रत्र पर उकेरी गई है। त्र्यंबकेश्वर के महंत पीठाधीश्वर स्वामी अनिकेतशास्त्री देशपांडे महाराज और साहित्याचार्य यतीशचंद्र मिश्र ने “मोदी शतकम्” नामक यह तामपत्र सांसद हेमंत अप्पा गोडसे की मौजूदगी में पीएम मोदी को भेंट की।

विशेष सम्मान का प्रतीक ताम्रपत्र
ताम्रप्रत्र के बाबत स्वामी अनिकेतशास्त्री ने बताया कि छत्रपति शिवाजी महाराज किसी का विषेश सम्मान ‘ताम्रपट’ से करते थे । यह महाराष्ट्र की सर्वोच्च परंपरा रही है। ताम्रपत्र पर उकेरे “मोदी शतकम्” में भारतीय प्रधानमंत्री के राष्ट्रहित के गौरवशाली कार्यों का वर्णन किया गया है।

लॉकडाउन में हुआ सृजन
देव वाणी संस्कृत में लिखित “मोदी शतकम्” के 100 श्लोकों की रचना गहन चिंतन, मनन और शोध के साथ महंत पीठाधीश्वर स्वामी अनिकेतशास्त्री देशपांडे महाराज तथा साहित्याचार्य यतीशचंद्र मिश्र ने की है। स्वामी अनिकेतशास्त्री और यतीशचंद्र मिश्र ने लॉकडाउन के दौरान एक साल में इन 100 श्लोकों की रचना की। जबकि नाशिक के कलाकार सुजीत जोशी, दीपेश देशपांडे और मिलिंद फड़के ने तीन फीट ऊंचाई और ढाई फीट चौड़ाई वाले तांबे की प्लेट पर इन छंदों को उकेरने के लिए डेढ़ महीने तक लगातार काम किया।

प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री को सौंपा मांग पत्र
इस दौरान सांसद गोडसे ने प्रधानमंत्री को बताया कि बारह साल में आने वाला सिंहस्थ कुंभ मेला तीन साल बाद नाशिक में आयोजित होगा। इसके लिए विशेष सुविधाओं की योजना और संबंधित कार्यों को अभी से शुरू किया जाना चाहिए।
इस मुलाकात को दौरान महंतों के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री मोदी को एक मांग पत्र भी सौंपा, जिसमें सरकार से निम्नलिखित मांगें की गईं –
-नाशिक में जल्द से जल्द संस्कृत विश्वविद्यालय स्थापित किया जाए।
-काशी, वाराणसी एवं उज्जैन महाकाल जैसा कॉरिडोर नाशिक-त्र्यंबकेश्वर में बनाया जाए।
-संपूर्ण भारत के तीर्थ क्षेत्रों में साध्वी भवन का निर्माण कराया जाए ।
-महाराष्ट्र संत भूमि एवं कुंभ नगरी भी है, इसके मद्देनजरए साधु-संतों को सरकार में प्रतिनिधित्व का अवसर उपलब्ध कराया जाए।

प्रधानमंत्री ने दिया आश्वासन
महंतों के प्रतिनिधि मंडल के भावात्मक उद्गारों से अभिभूत प्रधानमंत्री मोदी ने सांसद हेमंत गोडसे को आश्वासन दिया कि उनके द्वारा की गई मांगें उचित भावना से की गई हैं । इस पर जल्द ही सकारात्मक निर्णय लिए जाएंगे। इस दौरान प्रसाद पेटकर, शैलेन्द्र उदावंत, पंकज मिश्रा और शिवम पाटील सहित नाशिक के अन्य गणमान्य लोगों की भी उपस्थिति रही।

यह भी पढ़ें – आरबीआई ने दी खुशी की खबर, रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.