नासिक (Nashik) की एक उच्चस्तरीय टीम (High Level Team) ने महाकुंभ 2025 (Maha Kumbh 2025) के आयोजन की व्यवस्थाओं का गहन अध्ययन करने के लिए प्रयागराज (Prayagraj) का दौरा किया। टीम ने महाकुंभ 2025 के आयोजन स्थल, घाटों, अखाड़ों और अन्य प्रमुख स्थानों का निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं का प्रत्यक्ष अवलोकन किया। साथ ही, आंतरिक यातायात प्रबंधन, भीड़ नियंत्रण, स्वच्छता व्यवस्था, और विभिन्न प्रशासनिक पहलुओं पर भी जानकारी प्राप्त की।
टीम का नेतृत्व संभागीय आयुक्त डॉ. प्रवीन गेडाम ने किया, जिसमें विशेष पुलिस महानिरीक्षक दत्तात्रय कराले, जिलाधिकारी जलज शर्मा, नगर आयुक्त मनीषा खत्री, और नासिक मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी के सीईओ माणिक गूर्सल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल थे। यह टीम सोमवार (17 फरवरी) को नासिक से प्रयागराज के लिए रवाना हुई थी।
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व्यवस्थाओं का निरीक्षण
नासिक में होने वाले कुंभ मेला 2027 (Kumbh Mela 2027) के लिए नासिक प्रशासन ने महाकुंभ 2025 के आयोजन की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने की योजना बनाई थी। नासिक टीम ने प्रयागराज के महाकुंभ 2025 के आयोजन स्थल, घाटों, और अखाड़ों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का विश्लेषण किया, ताकि नासिक में होने वाले कुंभ मेला के लिए बेहतर तैयारियां की जा सकें।
एक ठोस योजना बनाने में मदद
टीम ने महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या, यातायात व्यवस्था, सुरक्षा प्रबंधन, और स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर भी जानकारी प्राप्त की। यह अध्ययन नासिक प्रशासन को आगामी कुंभ मेला के लिए एक ठोस योजना बनाने में मदद करेगा।
महाकुंभ मेला प्रयागराज के जिलाधिकारी विजय किरण आनंद ने नासिक टीम को महाकुंभ 2025 के आयोजन की विस्तृत योजना पर प्रस्तुति दी। इस दौरान उन्होंने महाकुंभ के आयोजन के हर पहलू पर चर्चा की, जिसमें यातायात प्रबंधन, सुरक्षा व्यवस्था, पब्लिक हेल्थ, और भक्तों को सुविधाएं प्रदान करने की योजनाएं शामिल थीं। उन्होंने यह भी बताया कि प्रयागराज प्रशासन ने किस प्रकार से विभिन्न सेवाओं को जोड़ा है, जैसे कि डिजिटल कनेक्टिविटी, सूचना प्रबंधन, और आपातकालीन व्यवस्थाएं। इस प्रस्तुति के बाद, नासिक टीम ने कई प्रमुख अधिकारियों से चर्चा की और अपने सवालों का समाधान प्राप्त किया।
नासिक टीम ने प्रयागराज के इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर का दौरा भी किया, जो महाकुंभ के दौरान पूरे शहर की निगरानी करता है। इस सेंटर में 2,500 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जो हर गतिविधि पर नजर रखते हैं। सेंटर में पुलिस, प्रशासन, अग्निशमन सेवा और आपातकालीन प्रबंधन के अधिकारी मौजूद रहते हैं।
टीम ने यह भी जाना कि इस सेंटर में अन्य विभागों जैसे रेलवे, दूरसंचार, आपदा प्रबंधन और बीएसएफ के अधिकारी भी तैनात हैं, जो विभिन्न सेवाओं के समन्वय में मदद करते हैं। इस प्रकार की व्यवस्था नासिक के लिए प्रेरणा का काम करेगी, जिससे वहां भी बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित किया जा सके।
नासिक टीम ने प्रयागराज में चल रही ‘डिजिटल महाकुंभ’ पहल का भी निरीक्षण किया, जो महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को जानकारी और मदद प्रदान करता है। इस पहल के तहत, भक्तों को आवश्यक सूचना, मार्गदर्शन और सेवाएं प्रदान की जाती हैं, जिससे उनके अनुभव को और बेहतर बनाया जा सके।
इसके अलावा, टीम ने 50 लाइनों वाले टेलीफोन कॉल सेंटर का निरीक्षण भी किया, जो नागरिकों की समस्याओं का समाधान करता है, जैसे लापता परिवार के सदस्य, सामान्य शिकायतें और अन्य सहायता। इस कॉल सेंटर से नागरिकों को तत्काल सहायता मिलती है, और यह सेवा महाकुंभ के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
टीम ने प्रयागराज प्रशासन से मिले अनुभवों और जानकारी को नासिक में होने वाले कुंभ मेला 2027 के लिए अपनी योजनाओं में शामिल करने का निर्णय लिया। इस दौरे से नासिक टीम को महाकुंभ 2025 की व्यवस्थाओं की गहरी समझ मिली और 2027 के कुंभ मेला के आयोजन के लिए उन्हें जरूरी दिशा-निर्देश प्राप्त हुए।
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