सोमालिया की राजधानी मोगादिशु के हयात होटल में बंधक बनाए गए सभी लोगों को सुरक्षाबलों ने मुक्त करा लिया है। आतंकियों ने 19 अगस्त रात इस होटल पर हमला किया था। इस हमले में 40 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गए।
आतंकियों ने होटल में दाखिल होते समय दो धमाके किए और ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं। सुरक्षा बलों को करीब 30 घंटे तक चले अभियान के बाद बंधकों को मुक्त कराने में कामयाबी मिली और सभी आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया। अलकायदा से जुड़े आतंकी संगठन अल-शबाब ने हमले की जिम्मेदारी ली है। भारत ने हमले की निंदा करते हुए कहा है कि वह आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में वहां की सरकार और लोगों के साथ है।
ये भी पढ़ें – ईलाज के नाम ईसाई प्रचार, बाबा फैला रहा भ्रमजाल! कब होगी कार्रवाई
सबसे बड़ा आतंकी हमला
स्थानीय पुलिस के अनुसार मरने वालों में ज्यादातर नागरिक हैं। आतंकियों ने होटल के दूसरे तल पर कुछ लोगों को बंधक बना लिया था। सुरक्षा बलों को रोकने के लिए सीढ़ियों को बम से उड़ा दिया गया था। सोमालिया में मई में राष्ट्रपति हसन शेख मोहमुद के सत्ता संभालने के बाद यह सबसे बड़ा आतंकी हमला बताया जा रहा है। इससे पहले अगस्त 2020 में अल-शबाब ने एक अन्य होटल पर हमलाकर 16 लोगों की हत्या कर दी थी।
आतंकियों को मार गिराने की घोषणा
अल-शबाब करीब एक दशक से सोमालियाई सरकार को अस्थिर करने में जुटा है। यह संगठन कठोर इस्लामिक कानून के आधार पर अपनी सत्ता स्थापित करना चाहता है। इस सप्ताह के शुरू में अमेरिका ने अल-शबाब के 13 आतंकियों को मार गिराने की घोषणा की थी। हाल के सप्ताह में अमेरिका ने आतंकी संगठन पर कई हवाई हमले किए हैं।
हमले की कड़ी निंदा
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सोमालिया की सरकार और लोगों के साथ खड़ा है। उन्होंने ट्वीट किया कि भारत मोगादिशु में हयात होटल पर हमले की कड़ी निंदा करता है और आतंकवाद के इस कायराना कृत्य के पीड़ितों और परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता है।