संसद (Parliament) का बजट सत्र (Budget Session) 31 जनवरी से शुरू हो रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु (President Draupadi Murmu) के अभिभाषण (Address) से इसकी शुरुआत होगी। पूर्वाह्न 11 बजे उनका अभिभाषण होगा। इसके बाद आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey) पेश होगा। केंद्रीय बजट एक फरवरी को पेश किया जाएगा। सरकार ने बजट सत्र के लिए 16 विधेयकों (Bills) की सूची तैयार की है।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण 2024-25 की आर्थिक समीक्षा पेश करेंगी। सत्र का पहला चरण 13 फरवरी को समाप्त होगा। दूसरा चरण 10 मार्च को शुरू होगा और चार अप्रैल को समाप्त होगा। बजट सत्र से पहले हुई सर्वदलीय बैठक में सरकार ने सभी से सहयोग की अपील की। बैठक में 36 राजनीतिक दलों के 52 नेताओं ने हिस्सा लिया।
यह भी पढ़ें – IND vs ENG: टीम इंडिया के पास सीरीज जीतने का मौका, इंग्लैंड भी बराबरी को तैयार
अभिभाषण और बजट पर चर्चा
केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि साल का पहला सत्र होने के कारण राष्ट्रपति दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगी। इसके बाद आर्थिक सर्वे पेश होगा। एक फरवरी को केंद्रीय बजट पेश किया जाएगा। इसके बाद राष्ट्रपति के अभिभाषण और बजट पर चर्चा की जाएगी।
16 विधेयक और 19 संसदीय कार्य
उन्होंने बताया कि 5 फरवरी को दिल्ली में मतदान के कारण अवकाश रहेगा और संसद की कार्यवाही नहीं चलेगी। बजट सत्र का पहला भाग 13 फरवरी तक चलेगा। इसके थोड़े समय के अंतराल के बाद 10 मार्च को बजट सत्र का दूसरा भाग आरंभ होगा। सरकार के पास इस सत्र के लिए 16 विधेयक और 19 संसदीय कार्य हैं।
कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि विपक्ष की ओर से हमने चिंता जताई कि संसद को एकतरफा तरीके से चलाया जा रहा है। जेपीसी में भी विपक्ष की ओर वक्फ विधेयक में उठाए गए संशोधन को पूरी तरह से खारिज कर दिया गया जबकि दूसरी ओर सत्ता पक्ष की ओर से किए गए बदलावों को स्वीकार कर लिया गया। हमने इस मुद्दे पर भी अपने विचार रखे। महाकुंभ के दौरान हुए हादसे पर भी बैठक में हमारी ओर से दुख जताया गया।
देखें यह वीडियो –
Join Our WhatsApp Community