हिंदुओं के धर्मांतरण के लिए मुसलमानों और ईसाईयों में होड़ लगी हुई है। मुसलमान जहां लव जिहाद और अन्य तरह के हथकंडे अपनाकर हिंदू लड़कियों और अन्य लोगों को मुसलमान बनाने का एजेंडा चला रहे हैं, वहीं ईसाई मिशनरी चुपके से देश के दूर दराज के उपेक्षित और गरीब लोगों को लोभ-लालच देकर अपना शिकार बना रहे हैं। इसी तरह का एक मामला मध्य प्रदेश में सामने आया है।
एमपी के रायसेन में क्रिश्चियन मिशनरी गर्ल्स हॉस्टल में बड़े पैमाने पर हिंदू बच्चियों के धर्मांतरण के प्रयास किए जाने का मामला प्रकाश में आया है।
एनसीपीसीआर के अध्यक्ष ने ट्वीट कर दी जानकारी
राष्ट्रीय बाल अधिकारी संरक्षण आयोग यानी एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियंका कानूनगो ने इस बारे में ट्वीट कर जानकारी दी है। हॉस्टल में औचक निरीक्षण के बाद खुलासा हुआ कि वहां आदिवासी हिंदू लड़कियों को रखा जाता था और उन्हें तरह-तरह से ईसाई धर्म की ओर प्रवृत्त किया जाता था।
ईसाई मिशनरियों के छात्रावास का औचक निरिक्षण, चला रहे थे धर्मान्तरण का धंधा
पूरा वीडियो – https://t.co/E6UBBpwq6k pic.twitter.com/CtKbv29AYf
— प्रियंक कानूनगो Priyank Kanoongo (@KanoongoPriyank) November 9, 2021
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20 बच्चियों को रखे जाने का खुलासा
आयोग के अध्यक्ष कानूनगो ने इस निरीक्षण के दौरान वहां के रजिस्टर चेक करने के साथ ही अन्य तरह की जानकारी भी प्राप्त की। उन्होंने बताया कि यहां लगभग 20 बच्चियों को रखा गया था। उनमें कुछ लड़कियां पूर्वोत्तर राज्यों की भी थीं। उन्हें बाइबल और अन्य तरह की ईसाई धर्म से संबंधित किताबें पढ़ाई जाती थीं। फिलहाल उन किताबों को जब्त कर लिया गया है। प्रियंका कानूनगो ने बताया कि इस बारे में जांच की जानी चाहिए कि आखिर ये बच्चियां यहां कैसे आईं। उन्होंने हॉस्टल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया है।