“हमारे फ्लैट से महज आधा किलोमीटर दूर पर सुमी स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी स्थित है। हम सब दहशत में हैं। दो रात से सो नहीं पाए हैं। बहुत डर लग रहा है, खाने पीने के भी लाले पड़े हैं। सुरक्षा की दृष्टि से बिल्डिंग के बाहर एक बंकर में करीब 350 छात्र-छात्राओं को रखा गया है।” यह कहना है, यूक्रेन के शहर सुमी स्टेट में फंसी एमबीबीएस की चतुर्थ वर्ष की छात्रा सोनम सिंह का।
नगर के कटरा निवासी सुरेंद्र मौर्य की सबसे छोटी बेटी सोनम का दाखिला वर्ष 2018 में यूक्रेन के सुमी स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी में हुआ था। डॉक्टर बनकर गरीब और बेसहारा लोगों की सेवा करने की हसरत लिए यूक्रेन गई सोनम अब खुद जिंदगी बचाने की जुगत से जूझ रही है।
2021 में गई थी यूक्रेन
सोनम ने फोन पर बताया कि वह चतुर्थ सेमेस्टर परीक्षा पास करने के बाद 2021 अगस्त माह में फिर से यूक्रेन गई थी। बीते दो दिनों से सुमी स्टेट में भी रात के समय बमबारी और फायरिंग हो रही है। शाम छह बजे से लेकर सुबह छह बजे तक र्कफ्यू लगा रहता है। सोनम ने बताया कि सुमी स्टेट में 600 छात्र-छात्राएं फंसे हुए हैं।
रात के समय बढ़ जाते हैं हमले
उसने बताया कि रात के समय बमबारी तेज हो जाती है। वह जिस बंकर में जाती है, वह बहुत ही खराब स्थिति में है। उसके बंकर के पास की बिल्डिंग व वाहनों को जला दिया गया है। डर और भय के साए में जिंदगी गुजर रही है। सोनम ने बताया कि सुमी स्टेट से उसे सुरक्षित बाहर निकाल कर भारत स्थित घर में भेजा जाए। एसेंबली में वह लगातार बात कर रही है लेकिन वहां से सिर्फ आश्वासन मिल रहा है। सोनम के पिता सुरेंद्र मौर्य ने केंद्र सरकार से अपनी बेटी को सकुशल वापस लौटाने की गुहार लगाई है।