पालघर जिले में ईंट-भट्टी पर काम करने वाले करीब 20 हजार मजदूरों का पंजीकरण शुरू किया गया है। सरकार की योजना है, कि इन सभी को दोपहर का भोजन उपलब्ध करवाया जाए। ऐसे मजदूर जो जानकारी ना होने के कारण योजनाओं में आवेदन करने में असमर्थ रहते हैं, उन्हें सभी योजनाएं मुहैया कराई जाए।
कामगार कल्याण बोर्ड द्वारा जिले के विभिन्न स्थानों पर ईंट भट्ठों पर काम करने वाले श्रमिकों का महाराष्ट्र भवन एवं अन्य निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड में पंजीकरण कराया जा रहा है। सरकार के इस निर्णय से पंजीकृत श्रमिकों को विभिन्न योजनाओं का लाभ मिलेगा।
5453 मनरेगा मजदूर उठा रहे हैं योजना का लाभ
फिलहाल 5453 मनरेगा मजदूरों के लिए दोपहर के भोजन की व्यवस्था उनके कार्य स्थलों पर की जा रही है। जिले के सभी तालुकों में स्थित 450 से अधिक ईंट भट्टे चल रहे हैं, जिन पर लगभग 20,000 प्रवासी श्रमिक काम कर रहे हैं और अपनी आजीविका कमा रहे हैं। वर्तमान में निर्माण क्षेत्र में 1559 श्रमिक और 3894 श्रमिक मनरेगा के तहत काम कर रहे है। जिला परिषद ने आंगनबाडी कार्यकर्ताओं के माध्यम से इन कार्यकर्ताओं को जागरूक करने का भी अभियान शुरू किया है।
मनरेगा योजना के तहत दिया जा रहा है मजदूरों को काम
बता दें कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) कार्यों में पालघर जिला आदिवासी मजदूरों को रोजगार देने में सबसे आगे है। इसके साथ ही जिले में राज्य सरकार ने एक और बड़ी कल्याणकारी योजना की शुरुआत कर दी है। इसके तहत राज्य भर में मनरेगा मजदूरों को दोपहर में भोजन दिए जाने की शुरुआत की गई है। अब इसी कड़ी में ईंट भट्टी पर काम करने वाले मजदूरों को भी दोपहर का भोजन दिया जा रहा है। इससे जिले के आदिवासियों को बड़ी राहत मिली है।
मजदूरों के स्वास्थ्य की होगी जांच मिलेगा बीमा का लाभ
मुख्य रूप से प्रवासी श्रमिक योजनाओं और सुविधाओं से वंचित रह जाते हैं, क्योंकि वो जहां से निकल जाते हैं, वहां तो उन्हें वो सुविधाएं नहीं ही मिलतीं, जहां जाकर काम कर रहे होते हैं, वहां भी उन्हें उन सुविधाओं के बिना ही रहना पड़ता है। अब पंजीकरण के बाद मजदूरों के स्वास्थ्य की जांच होगी। साथ ही उन्हें 5 लाख दुर्घटना बीमा भी मिलेगा और बच्चों की शिक्षा का ध्यान रखा जाएगा। इसके साथ ही सेफ्टी किट के साथ समान्य मौत पर 2 लाख रुपये दिए जाएंगे।
सहायक कामगार आयुक्त ने दी जानकारी
कामगार विभाग को कल्याण बोर्ड में पंजीकरण के लिए 720 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 320 श्रमिकों को बोर्ड में पंजीकृत किया गया है। कामगार कल्याण बोर्ड की ओर से 241 मजदूरों को कार्ड दिए गए हैं। श्रम विभाग ईंट भट्ठों के क्लस्टरों में श्रमिक कल्याण मण्डलों का पंजीकरण बढ़ाने के साथ-साथ दोपहर के भोजन की व्यवस्था के आदेश भी दिए गए हैं। ईट भट्टी के 689 मजदूरों को भोजन देने के साथ ही इस कल्याणकारी योजना की शुरुआत जिले में की जा रही है। हालांकि मजदूरों की सही संख्या पंजीकरण के बाद ही पता चलेगी।