कानपुर जिले के बांदा जनपद से एनबीडब्ल्यू का आरोपी मेडिकल परीक्षण के बाद कांस्टेबल के हाथ से हथकड़ी छुड़ाकर भाग निकला। कैदी के फरार होने से जिला अस्पताल में अफरा तफरी मच गई। सूचना पर पहुंची कोतवाली थाना पुलिस ने फरार कैदी की तलाश में सीसीटीवी खंगाले, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर तलाश में पुलिस की टीमें लगा दी गई हैं।
इस तरह फरार हो गया फरहत अली
दरअसल, बांदा जेल में निरुद्ध 1993 के मामले में एनबीडब्ल्यू के आरोपी फरहत अली पुत्र रहमत अली निवासी अलीगंज को 20 अप्रैल को कांस्टेबल आसिम खान न्यायालय में पेशी पर ले जा रहा था। पेशी से पूर्व मेडिकल परीक्षण के लिए कैदी को जिला अस्पताल उर्सला लाया गया। जहां डॉ0 अमित जैन मेडिकल परीक्षण किया। परीक्षण के बाद जैसे ही कांस्टेबल कैदी को न्यायालय ले जाने के लिए निकला, वैसे ही गेट पर पहुंचकर वह हथकड़ी छुड़ाकर भाग निकला। कैदी को भागते हुए कांस्टेबल ने पीछा किया लेकिन वह भागने में सफल रहा। कैदी के भागने की सूचना कांस्टेबल ने कोतवाली थाना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस बल ने अस्पताल और आसपास कैदी की तलाश की लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला।
पहले भी भाग चुका है रहमत
मामले में डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार ने बताया कि मेडिकल परीक्षण पर आया कैदी फरहत अली भगा निकला है। उसकी तलाश में पुलिस की टीमें लगाई गई है। अस्पताल के आसपास के सीसीटीवी फुटैज खंगाले जा रहे हैं। डीसीपी पूर्वी ने यह भी बताया कि आरोपित कैदी पर 1993 में पत्नी की प्रताड़ना का मामला दर्ज हैं। मामले में एक बार पूर्व में भी वह न्यायालय से भाग चुका है। जिस मामले में कोर्ट ने एनबीडब्ल्यू वारंट जारी किया था। इसी मामले में पेशी पर उसे लाया जा रहा था। फरार कैदी की तलाश में पुलिस की कई टीमें लगा दी गई हैं।