दिल्ली की केजरीवाल सरकार के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम की परेशानियां बढ़ती दिख रही हैं। मंत्री पद गंवाने के बाद अब उन्हें पुलिसिया कार्रवाई का भी सामना करना पड़ रहा है। 11 अक्टूबर को दिल्ली पुलिस उनके घर पहुंच गई। हिंदू देवी -देवताओं को न मानने और शपथ दिलाने के मामले में पुलिस ने उन्हें नोटिस देकर पहाड़गंज पुलिस थाने में पूछताछ के लिए बुलाया। उसके बाद गौतम पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन में उपलब्ध हुए।
पुलिस द्वारा थमाए गए नोटिस में कहा गया है कि दशहरे पर यानी 5 अक्टूबर 2022 को नई दिल्ली के अंबेडकर भवन में आयोजित कार्यक्रम में शपथ लेते हुए राजेंद्र पाल गौतम ने कहा था,” मैं हिंदू धर्म के देवी-देवताओं ब्रह्मा, विष्णु, महेश, श्रीराम और श्रीकृष्ण को भगवान नहीं मानूंगा और न उनकी पूजा करूंगा। मुझे राम और कृष्ण में कोई विश्वास नहीं है, जिन्हें हिंदू अवतार माने जाते हैं।”
भगवान बुद्ध की भी की थी आलोचना
यह शपथ बीआर अंबेडकर की 22 प्रतिज्ञाओं की तरह थी। इस समय उन्होंने यह भी कहा कि वे इस बात को भी नहीं मानते कि भगवान बुद्ध विष्णु के अवतार थे। मैं इसे पागलपन और ढकोसला मानता हूं। मैं न श्राद्ध करूंगा और न पिंडदान ही करूंगा।
भाजपा नेता ने दर्ज कराई थी शिकायत
उनके इस बयान की भाजपा ने कड़ी आलोचना की थी। दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने इस मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और राजेंद्र पाल गौतम के खिलाफ संसद मार्ग पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने अपनी शिकायत में गौतम के बयान को हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला और सोशल मीडिया पर साझा कर दंगा, हिंसा तथा सार्वजनिक उपद्रव भड़काने वाला बताया था।