अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा हो गया है। ऐसे कठिन समय में राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भाग चुके हैं और सरकार में शामिल बचे हुए लोग जैसे-तैसे निकलने के प्रयास में हैं। अमेरिका ने भी अब अपना ध्यान तालिबान से मुकाबले की बजाय अपने और दुनिया भर के नागारिको को वहां से निकालने पर केंद्रित कर दिया है। काबुल स्थित दूतावास से उसका झंडा उतारा जा चुका है। दूतावास के सभी कर्मचारी काबुल एयरपोर्ट पर हैं।
फिलहाल अमेरिका ने 1,000 और सैनिकों को काबुल भेजने का निर्णय लिया है। इससे पहले उसने 5000 सैनिकों को भेजा था। वे सभी सैनिक काबुल एयरपोर्ट की सुरक्षा प्रदान करेंगे। अब तक अमेरिका, सऊदी अरब, न्यूजीलैंड, ब्रिटेन, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया समेत दुनिया भर के देशों ने काबुल में अपना दूतावास बंद कर दिया है।
कमर्शियल उड़ाने बंद
मिली जानकारी के अनुसार काबुल एयरपोर्ट पर भारी भीड़ के कारण मची अफरातफरी के बीच वहां से कमर्शियल उड़ानों को बंद कर दिया गया है। काबुल एयरपोर्ट अथॉरिटी ने कहा कि लूटपाट और अफरातफरी को रोकने के लिए हामिद करजई एयरपोर्ट से कमर्शियल फ्लाइट्स का संचालन बंद कर दिया गया है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ने लोगों से हवाई अड्डे पर भीड़ नहीं करने की अपील की है। इस बीच एयरपोर्ट पर फायरिंग में 3-5 लोगों की मौत हो गई है।
#Breaking: At least 5 people killed inside Kabul Airport, say witnesses: Reuters. https://t.co/oUHLCG5elP
— Ahmer Khan (@ahmermkhan) August 16, 2021
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नागरिकों और राजनयिकों को निकालने की कोशिश तेज
अफगानिस्तान के बिगड़ते हालात को देखते हुए डरे-सहमे लोग जल्द से जल्द देश छोड़ देना चाहते हैं। भारत के साथ ही कई देश अपने नागरिकों और राजनयिको को वहां से निकालने की कोशिश कर रहे हैं। इस बीच काबुल एयरपोर्ट पर लोगों की भारी भीड़ देखी जा रही है। लेकिन वहां से उड़ानें बंद कर देने से लोग और परेशान दिख रहे हैं।
एयरपोर्ट पर लोगों की भारी भीड़
सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो अपलोड किए गए हैं, जिनमें काबुल में विमानों पर चढ़ने की होड़ लगी हुई है। 15 अगस्त से ही काबुल एयरपोर्ट पर देश छोड़कर जाने वाले लोगों की भीड़ लगी हुई है। हवाई अड्डे तक जाने वाली सभी सड़कों पर भारी ट्रैफिक है। लेकिन अब काबुल एयरपोर्ट से कमर्शियल फ्लाइट्स बंद कर देने से लोगों की चिंता बढ़ गई है।