Delhi: मंकीपॉक्स वायरस के कारण होने वाला एक संक्रामक रोग है, जो मनुष्यों और कुछ जानवरों में हो सकता है। मंकी पॉक्स वायरस पशुओं से मनुष्य में और मनुष्य से मनुष्य में भी फैल सकता है। इसका वायरस आंख, नाक , मुंह के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है। मंकी बॉक्स का वायरस कटी फटी त्वचा से भी प्रवेश करता है। संक्रमित वन्य पशु, संक्रमित पशु या मानव में वायरस का संरक्षण काटने, खोजने शरीर के तरल पदार्थ का उसे सीधे अथवा प्रत्येक संपर्क के माध्यम से हो सकता है।
मंकीपॉक्स के प्रमुख लक्षण
नई दिल्ली के एम्स में मंकीपॉक्स के एक संदिग्ध मरीज को भर्ती कराया गया है और उसके टेस्ट किए गए हैं । यह मरीज विदेश यात्रा करके लौटा है । इसमें मंकीपॉक्स के लक्षण दिखाई दे रहे थे । व्यक्ति को हल्का बुखार था और सिरदर्द था । इसको एम्स के एबी 7 वार्ड में रखा गया है । इस वार्ड को मंकी पॉक्स के संदिग्ध मरीजों के लिए बनाया गया है । इस मरीज की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
केंद्र सरकार ने उठाए कदम
मंकी बॉक्स के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं इसके लिए दिल्ली के 6 अस्पतालों को तैयार किया गया है । एम्स ,सफदरजंग, आरएमएल और दिल्ली सरकार के लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल, ज़ी टी बी, और भीमराव अंबेडकर अस्पताल में विशेष मंकीपॉक्स वार्ड बनाए गए हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की चेतावनी
विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO ने मंकीपॉक्स के प्रकोप को अंतरराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया है, जिससे आगे प्रसार को रोकने के लिए जागरूकता बढ़ाने और इस वायरस की तेजी से पहचान करने और कड़े सुरक्षा नियंत्रण उपाय की आवश्यकता होती है।
मंकीपॉक्स के खतरे को देखते हुए सरकार अलर्ट
केन्द्र सरकार ने एयरपोर्ट पर अधिकारियों को अलर्ट रहने को कहा गया है और मंकीपॉक्स के लक्षण वाले किसी भी व्यक्ति को आइसोलेट करने के निर्देश दिए हैं। अस्पतालों में भी बेड की विशेष व्यवस्था की गई है । स्वास्थ्य कर्मचारियों को पीपीई किट के साथ मरीज का इलाज और देखभाल करने के आदेश दिए गए हैं ।