तुर्की और सीरिया सहित छह देशों में 24 घंटे के भीतर लगातार भूकंप के झटकों से हुए नुकसान ने दुनिया हिला दी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का दावा है कि तुर्की एवं सीरिया में मरने वालों की संख्या 30 हजार से ज्यादा का आंकड़ा छुएगी।
7 फरवरी को तुर्की में आए भूकंप का सर्वाधिक असर तुर्की एवं सीरिया में देखने को मिला है। तुर्की में पहले 7 फरवरी को 10 घंटे के भीतर तीन जोरदार भूकंप के झटके लगे, वहीं 8 फरवरी की सुबह फिर भूकंप का एक झटका महसूस किया गया। भूकंप के कारण तुर्की एवं सीरिया में तबाही छायी है। अब तक तुर्की एवं सीरिया में चार हजार से ज्यादा लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। सैकड़ों इमारतें जमींदोज हो गयी हैं। माना जा रहा है कि इमारतों के मलबे के नीचे सैकड़ों लोग दबे होंगे। मलबे में दबे लोगों के शव एवं भारी संख्या में घायलों को लगातार निकाला जा रहा है। बीस हजार से ज्यादा घायलों का इलाज चल रहा है, इसमें हजारों की हालत गंभीर है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन का बड़ा दावा
भूकंप की भयावह त्रासदी के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बड़ा दावा किया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का दावा है कि तुर्किये एवं सीरिया में ही मृतकों की संख्या तीस हजार पार कर जाएगी। घायलों की संख्या में भी तेजी से वृद्धि होगी। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि भूकंप के मामलों में अक्सर देखा गया है कि शुरुआत में मृतकों और घायलों की जो संख्या आती है, समय के साथ-साथ उसमें तेजी से वृद्धि होती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भूकंप के चलते बेघर होने वाले लोगों के लिए भी चेतावनी दी है। कहा गया है कि ठंड से ऐसे लोगों की मुश्किलें और अधिक बढ़ सकती हैं।