लखनऊ एसटीएफ (Lucknow STF) ने मीरजापुर (Mirzapur) के लालगंज थाना क्षेत्र स्थित अतरैला टोल प्लाजा (Atraila Toll Plaza) पर 120 करोड़ रुपये के घोटाले (Scam) का खुलासा करते हुए बुधवार को तीन टोलकर्मियों (Toll Workers) को गिरफ्तार (Arrested) किया। आरोपियों ने विशेष सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर टोल वसूली की असली रकम छिपाई और सरकार को करोड़ों के राजस्व का नुकसान पहुंचाया।
एसटीएफ के निरीक्षक दीपक सिंह के नेतृत्व में की गई छापेमारी में गिरफ्तार हुए आरोपियों में प्रयागराज के राजू मिश्र, मध्य प्रदेश के मनीष मिश्र और जौनपुर के आलोक कुमार सिंह शामिल हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इस घोटाले की जड़ें अन्य टोल प्लाजा तक भी फैली हो सकती हैं।
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अन्य टोल प्लाजा पर भी जांच जारी
घोटाले की गंभीरता को देखते हुए एसटीएफ ने वाराणसी-हनुमना फोरलेन के अन्य टोल प्लाजा पर भी जांच तेज कर दी है। टोल प्रबंधन और संबंधित अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। लालगंज थाना प्रभारी संजय कुमार सिंह ने कहा कि विस्तृत जानकारी एसटीएफ की जांच पूरी होने के बाद ही सामने आएगी।
बड़ी कार्रवाई की तैयारी में एसटीएफ
यह घोटाला केवल अतरैला टोल प्लाजा तक सीमित नहीं है। अन्य टोल प्लाजा में भी इसी तरह की अनियमितताओं की संभावना है। आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है।
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