असमः मुठभेड़ में उल्फा-स्व का शीर्ष कैडर खामोश! जानिये, कितना खतरनाक था ‘वो’

सुरक्षा बल धीरे-धीरे जंगल की ओर बढ़ने लगा तो देखा कि एक उग्रवादी हाथ में अत्याधुनिक हथियार लिए जमीन पर पड़ा हुआ है।

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असम के तिनसुकिया जिले के मार्घेरिटा उपमंडल में 9 फरवरी को सुरक्षा बलों ने यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम- स्वंतत्र (उल्फा-स्व) के एक शीर्ष कैडर को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। पुलिस सूत्रों ने 9 फरवरी को यह जानकारी दी।

यह मुठभेड़ मार्घेरिटा उपमंडल के लीडो स्थित टिकाक मालो पहाड़ी पर 8 फरवरी की रात डेढ़ बजे के आसपास हुई। सुरक्षा बलों ने खुफिया सूचना के आधार पर जिला पुलिस की एक टीम के साथ अभियान चलाया। सूचना के अनुसार उल्फा-स्व का एक समूह टिकाक पहाड़ी में डेरा डाले हुए था। इस बीच हथियारबंद उग्रवादियों ने देर रात अभियान चलाने पहुंचे संयुक्त सुरक्षा बल पर अचानक हमला बोल दिया। सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। कई राउंड फायरिंग के बाद उग्रवादी पक्ष खामोश हो गया।

अस्पताल में मृत घोषित
कुछ देर बाद रणनीति के तहत सुरक्षा बल धीरे-धीरे जंगल की ओर बढ़ने लगा तो देखा कि एक उग्रवादी हाथ में अत्याधुनिक हथियार लिए जमीन पर पड़ा हुआ है। उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस सूत्रों ने दावा किया कि मारा गया उल्फा-स्व कैडर उत्तम लाहन उर्फ स्वयंभू सार्जेंट मेजर उदय असम था।

कौन है उल्फा-स्व का शीर्ष कैडर?
उत्तम लाहन चाराइदेव जिले के सोनारी थाना अंतर्गत पूर्णी जबका गांव निवासी स्वर्गीय पदू लाहन और गनिता लाहन की तीसरी संतान था। 2012 में वह काम के सिलसिले में घर से निकला था। उसके बाद से वह उल्फा-स्व में शामिल हो गया। उल्फा-स्व प्रमुख परेश बरुवा ने उसका नाम उदय असम रखा था। पुलिस एवं सुरक्षा बलों का पहाड़ियों में अन्य उग्रवादियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान जारी है।

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