Trainee doctor murder case:कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर की संदिग्ध मौत के मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की जांच तेज हो गई है। 19 अगस्त को सीबीआई की टीम एक बार फिर से पीड़िता डॉक्टर के घर पहुंची। इससे पहले 15 अगस्त को भी सीबीआई की पांच सदस्यीय टीम ने उनके घर का दौरा किया था, जिसमें सीबीआई के संयुक्त निदेशक भी शामिल थे। उस दौरान टीम ने मृत डॉक्टर की डायरी और किताबों की गहन जांच की थी।
सूत्रों के अनुसार, 19 अगस्त की सुबह सीबीआई की कई टीमें सिजीओ कॉम्प्लेक्स से निकलीं, जिनमें से एक टीम पीड़ित डॉक्टर के घर पहुंची, जबकि दूसरी टीम आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज में जांच के लिए गई।
विशेष टीम को दिल्ली से बुलाया
इस मामले की जांच में सीबीआई ने विशेष टीम को दिल्ली से बुलाया है, जो इस मामले से जुड़े हर पहलू की गहराई से पड़ताल कर रही है। सीबीआई ने घटनास्थल का त्रिआयामी (3डी) लेज़र मानचित्रण (मैपिंग) भी किया है और प्रतिदिन इस घटना से जुड़े संभावित व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है।
पीड़िता के माता-िपात के बयान दर्ज
15 अगस्त को सीबीआई की टीम ने पीड़ित डॉक्टर के माता-पिता के बयान दर्ज किए। पीड़िता के माता-पिता का दावा है कि उनकी बेटी की हत्या की गई है और उन्होंने दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है। सीबीआई अधिकारी इस मामले में माता-पिता की शंका और हत्या के पीछे साजिश के संबंध में जानकारी जुटाने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रिंसिपल संदीप घोष से गहन पूछताछ
इसके अलावा, सीबीआई अधिकारी 19 अगस्त की सुबह से ही आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से पूछताछ कर रहे हैं। यह लगातार चौथा दिन है जब संदीप घोष सीबीआई के समक्ष उपस्थित हो रहे हैं। संदीप घोष के खिलाफ कॉलेज के प्रिंसिपल पद से इस्तीफे की मांग को लेकर आंदोलन शुरू हुआ था, क्योंकि उन पर आरोप था कि वह अत्यधिक ‘प्रभावशाली’ हैं और जांच में बाधा डाल सकते हैं। बाद में, उन्होंने प्रिंसिपल पद से इस्तीफा दे दिया और वर्तमान में वह अदालत के निर्देश पर अवकाश पर हैं।
सीबीआई इस मामले में हर संभावित सुराग की तलाश में जुटी है ताकि सच्चाई सामने आ सके और दोषियों को सजा दिलाई जा सके।
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