कनाडा (Canada) के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Prime Minister Justin Trudeau) ने बुधवार (16 अक्टूबर) को स्वीकार किया कि जब उनकी सरकार ने खालिस्तानी चरमपंथी (Khalistani Extremist) हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) की हत्या (Murder) में भारत (India) की संलिप्तता का आरोप लगाया था, तब उनके पास कोई ठोस सबूत नहीं था। यह खुलासा ऐसे समय में हुआ है जब भारत और कनाडा के बीच तनाव बढ़ रहा है, जिससे इन बेबुनियाद आरोपों के बाद पैदा हुए कूटनीतिक तूफान (Diplomatic Storm) पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
विदेशी हस्तक्षेप जांच के समक्ष गवाही देते हुए ट्रूडो ने स्वीकार किया कि जब उनकी सरकार ने पिछले साल निज्जर की हत्या में भारत को शामिल किया था, तो वे निश्चित सबूतों के बजाय कमजोर खुफिया जानकारी के आधार पर काम कर रहे थे। “उन्होंने हमसे पूछा कि आप कितना जानते हैं? इस बारे में आपके पास जो सबूत हैं, हमें दीजिए और हमारा जवाब था कि यह आपकी सुरक्षा एजेंसियों के हाथ में है, आपको यह देखना चाहिए कि उन्हें कितना पता है कि आपको इसमें शामिल होना चाहिए।”
Our response to media queries regarding PM of Canada's deposition at the Commission of Inquiry: https://t.co/JI4qE3YK39 pic.twitter.com/1W8mel5DJe
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) October 16, 2024
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ट्रूडो ने सबूतों के बारे में क्या कहा
पिछले साल सितंबर में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन को याद करते हुए ट्रूडो ने कहा कि यह भारत के लिए एक बड़ा अवसर था और अगर कनाडा ने उस समय इन आरोपों को सार्वजनिक कर दिया होता, तो इससे “इस शिखर सम्मेलन में भारत के लिए बहुत असहज स्थिति पैदा हो सकती थी।” उन्होंने कहा, “हमने ऐसा न करने का फैसला किया। हमने पर्दे के पीछे काम करना जारी रखने का फैसला किया ताकि भारत हमारे साथ सहयोग करे।” ट्रूडो ने कहा कि भारतीय पक्ष ने सबूत मांगे “और हमारा जवाब था, यह आपकी सुरक्षा एजेंसियों के पास है।”
भारत का रुख क्या है?
विदेशी हस्तक्षेप की जांच में ट्रूडो के बयान के बाद भारत ने यह तीखी प्रतिक्रिया दी है। बुधवार को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने एक जांच आयोग के समक्ष गवाही देते हुए स्वीकार किया कि उनकी सरकार ने कनाडा की धरती पर खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बारे में भारत को कोई सबूत नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि जब कनाडाई एजेंसियों ने भारत से आरोपों की जांच करने को कहा तो नई दिल्ली ने सबूत मांगे। ट्रूडो ने माना कि उस समय यह मुख्य रूप से खुफिया जानकारी थी, ठोस सबूत नहीं।
नई दिल्ली ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की मौत में भारतीय संलिप्तता के बारे में ट्रूडो के पिछले दावों का समर्थन करने वाले सबूत साझा करने में विफल रहने के लिए कनाडा सरकार की आलोचना भी की।
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