हरियाणा के नूंह से फैली हिंसा का असर प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में देखने को मिल रहा है। मेवात जिला मुख्यालय नूंह में 31 जुलाई को हुई हिंसा के बाद स्थिति तनावपूर्ण है। हालात पर नियंत्रण के लिए नूंह में कर्फ्यू लगाना पड़ा है। प्रदेश सरकार ने नूंह, गुरुग्राम, पलवल और फरीदाबाद जिलों में 1 अगस्त को सभी सरकारी व निजी शिक्षण संस्थान बंद करने का आदेश जारी किया है।
तनाव की शुरुआत प्रदेश के नूंह से हुई। यहां ब्रजमंडल यात्रा के दौरान मुसलमानों के पथराव करने के बाद हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोगों में टकराव बढ़ गया। इस हिंसा में दो होम गार्ड सहित 3 लोगों की मौत हो गई है। इसके साथ ही 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं।
यहां से शुरू हुई हिंसा
बता दें कि 31 जुलाई को विश्व हिंदू परिषद के बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा को नूंह के खेड़ला मोड़ पर मुस्लमि युवकों ने रोक दिया। उसके बाद उन्होंने यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं पर पथराव शुरू कर दिया। इसके साथ ही उपद्रवियों ने यात्रा में शामिल कुछ वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया। दोनों समुदाय के लोगों के बीच बढ़ते पथराव को रोकने के लिए पुलिस न आंसू गैस के गोले छोड़े। इसके साथ अन्य क्षेत्रों से पुलिस बल बुला लिया गया और इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई।
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मंदिर में फंसे 2,500 पुरुष-महिला और बच्चों को निकाल गया
प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने बताया कि नूंह के शिव मंदिर में लगभग 2,500 पुरुष-महिला और बच्चे फंस गए थे। इनमें यात्रा में शामिल लोगों के साथ ही वे लोग भी शामिल थे, जिन्होंने सुरक्षा के मद्दे नजर यहां शरण ले रखी थी। गृह मंत्री ने कहा कि पुलिस ने इन सबको सुरक्षित बाहर निकाल लिया है।
तीन दिन के लिए इंटरनेट बंद
हरियाणा सरकार ने भिवानी के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह बिजारणिया को नूंह जिला का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। उन्होंने देररात यहां पहुंचकर शांति वार्ता में हिस्सा लिया। उपायुक्त ने कहा है कि कर्फ्यू लगाने के बाद फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। हिंसा करने वालों की पहचान की जा रही है। फिलहाल तीन दिन के लिए इंटरनेट सेवा बंद की गई है। जिला में धारा-144 लागू की गई है। श्रद्धालुओं को रेस्क्यू कर पुलिस लाइन पहुंचाया गया है। उन्हें सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचाया जाएगा।
हिरासत में लेकर पूछताछ
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी बिजारणिया ने बताया है कि कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। शांति वार्ता में विधायक आफताब अहमद, वक्फ बोर्ड के प्रशासक जाकिर हुसैन, जिला प्रमुख जान मोहम्मद, रमजान चौधरी, नरेन्द्र शर्मा सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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पुलिस पर पथराव
नूंह हिंसा के बाद जिला प्रशासन ने आधी रात के बाद अधिकारिक बयान जारी किया। इसमें कहा गया है कि मेवात जा रही गुरुग्राम की पुलिस टीम के काफिले पर पथराव किया गया। इसमें होडल के डीएसपी सज्जन सिंह, खेड़की दौला थाना प्रभारी निरीक्षक अजय, आईएमटी मानेसर थाना प्रभारी निरीक्षक देवेन्द्र, निरीक्षक अनिल,अरुण, एसआई दीपक, देवेन्द्र, एएसआई राजेश, हेड कांस्टेबल शेर सिंह, सिपाही पवन गंभीर रूप से घायल हो गए। होमगार्ड नीरज व गुरसेवक की मौत हो गई।