कोटा में 27 अगस्त को नीट परीक्षा (NEET Exam) की तैयारी कर रहे दो छात्रों ने आत्महत्या की है। इसके साथ, कोटा में इस साल छात्रों की आत्महत्या की गंभीर संख्या 23 तक पहुंच गई है ।आत्महत्या के बढ़ते मामलों पर लगाम लगाने के लिए राजस्थान सरकार (Rajasthan Government) ने भी कोचिंग सेंटरों से टेस्ट और परीक्षाएं रोकने का निर्देश दिया है। ध्यान देने वाली बात यह है 23 में से छह मौतें सिर्फ अगस्त में हुईं है।
पूुलिस के अनूसार, महाराष्ट्र के लातूर जिले का मूल निवासी और 12वीं कक्षा का छात्र अविष्कार तीन साल से शहर में NEET UG की तैयारी कर रहा था और अपने नाना-नानी के साथ तलवंडी इलाके में एक किराए के कमरे में रह रहा था।उनके माता-पिता महाराष्ट्र में सरकारी स्कूल के शिक्षक हैं। अविष्कार ने कोचिंग संस्थान की छठी मंजिल से कुद कर आत्महत्या की है।
पुलिस ने मिडिया को बताया कि दूसरा छात्र आदर्श अपने चचेरे भाइयों के साथ रहता था और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। जब उसे नीचे उतारा गया तो कथित तौर पर उसकी सांसें चल रही थीं लेकिन अस्पताल ले जाते समय उसने दम तोड़ दिया। दोनों छात्रों के कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।आगे की जांच जारी है और दोनों छात्रों के शव 28 अगस्त को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजे जाएंगे।
परीक्षा आयोजित नहीं करने के निर्देश
इस बीच, जिला कलेक्टर ओपी बुनकर ने 27 अगस्त को कोचिंग संस्थान को आगामी दो महीनों में कोई भी परीक्षा आयोजित नहीं करने के निर्देश दिए। उन्होंने संस्थान को कमरों के अंदर सभी पंखों में आत्महत्या रोधी उपकरण लगाने का भी निर्देश दिया।इसके अलावा, बुनकर ने छात्रों को कम से कम एक ‘मुफ्त दिन’ की अनुमति देने का भी निर्देश दिया, जब कोई कक्षाएं और परीक्षण नहीं होंगें। कोचिंग हब में पिछले साल पंद्रह कोचिंग छात्रों की आत्महत्या से मौत हो गई, जहां देश भर के लगभग 3 लाख छात्र वर्तमान में शहर के विभिन्न संस्थानों में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं।