अमरावती में दूषित पानी का कहर, दो लोगों की मौत, 100 से ज्यादा बीमार

अमरावती के इस क्षेत्र की बिजली आपूर्ति ठप होने के कारण नागरिकों को नदियों और नालों से पानी लाकर पीना पड़ रहा है।

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अमरावती जिले के चिखलदरा तहसील में कोयलरी ग्राम पंचायत के पचडोंगरी और कोयलरी गांव में दूषित पानी पीने से दो लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक आदिवासी संक्रमित हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से गांव के कटकुंभ स्वास्थ्य केंद्र, चुरानी ग्रामीण अस्पताल और जिला परिषद स्कूलों में मरीजों का इलाज किया जा रहा है। मृतकों की पहचान गंगाराम नंदराम धिकार (25) और सविता सहदेव अखंडे (30) के रूप में हुई है।

अमरावती ग्रामीण अस्पताल के स्वास्थ्य अधिकारी साहेबराव धुर्वे ने बताया कि अस्पताल में दो ग्रामीणों की मौत हो गई, जबकि जिला स्वास्थ्य व्यवस्था की 30 लोगों की टीम इन सभी मरीजों का इलाज कर रही है। यह सभी लोग दूषित पानी पीने की वजह से डायरिया से पीड़ित हैं।

नदी-नाले का पानी पीने की मजबूरी
जानकारी के अनुसार पिछले चार दिन से क्षेत्र की बिजली आपूर्ति ठप होने के कारण नागरिकों को नदियों और नालों से पानी लाकर पीना पड़ रहा है। इससे पूरे गांव में डायरिया हो गया। बुधवार शाम होते ही गांव में उल्टी-दस्त शुरू हो गई थी, लेकिन जोरदार बारिश के चलते संक्रमितों को किसी तरह ग्रामीण अस्पताल में पहुंचाया जा सका। चिखलदरा तहसील चिकित्सा अधिकारी सतीश प्रधान के अनुसार दूषित पानी की वजह से लोग बीमार हुए हैं। इसलिए गांव में ही कैंप खोला गया है और कटकोन चुरानी के अस्पताल में इलाज चल रहा है।

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लापरवाही का परिणाम
मेलघाटी रोगी कल्याण समिति के सदस्य पीयुष मालवीय ने बताया कि ग्राम पंचायत, ग्रामीण जलापूर्ति विभाग व स्वास्थ्य विभाग की ओर से लापरवाही बरती जा रही है। आदिवासियों के जीवन से खिलवाड़ करने वाले दोषी अधिकारियों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का अपराध दर्ज किया जाना चाहिए।

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