उत्तर प्रदेश एटीएस ने कार्रवाई करते हुए साइबर अपराध के ऐसे रैकेट का भंडाफोड़ किया है, जिसका संचालन चीन से होता था। इसमें चीनी नागरिकों समेत कुल 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये भारत के भोलेभाले लोगों के एकाउंट से पैसे उड़ाते थे।
चाइनीज खतरा हमेशा से ही भारत के लिए चिंता का विषय रहा है। अब चाइनीज नागरिक भी उतने ही खतरनाक साबित हो रहे हैं। एंटी टेरोरिज्म स्क्वॉड, उत्तर प्रदेश ने मोबाइल के प्रीएक्टिवेटेड कार्ड के माध्यम से लोगों की ऑनलाइन ठगी करनेवाले लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें पांच चीनी नागरिकों को भी गिरफ्तार किया गया है। मुंबई के पास मुंब्रा से इस प्रकरण के प्रमुख आरोपियों और एक लाख के इनामी अब्दुल रज्जाक अब्दुल नवी मेमन को गिरफ्तार किया गया है।
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ऐसे थे ठगते
ये लोग जासलाजी से प्रीएक्टिवेटेड सीम कार्ड लेते प्राप्त करते थे। जिसे ये कूरियर के माध्यम से चीन भेज देते थे। वहां इस सिम कार्ड के माध्यम से व्हाट्स ऐप और वीचैट के जरिये एटीपी प्राप्त करके लोगों के बैंक खातों से पैसे उड़ा लेते थे। भारतीय कार्ड होने के कारण यह सब बड़ी आसानी से हो जाता था, परंतु पैसे का गोलमाल चीन से होता था इसलिए आरोपियों को पकड़ना कठिन होता था। ये सभी कार्डलेस पेमेंट बैंक के जरिये पैसे निकालते थे।