अलविदा की नमाज से पहले उप्र एटीएस ने एक बांग्लादेशी नागरिक को हिरासत लेने का दावा किया है। आरोप है कि बांग्लादेशी नागरिक फर्जी आईडी के आधार पर देवबंद के शिक्षण संस्थान दारुल उलूम में इस्लामिक शिक्षा ग्रहण कर रहा था।
छात्र को पूछताछ के बाद छोड़ा गया
एटीएस सूत्रों की माने तो, बीतीरात को तकरीबन 01 बजकर 30 मिनट एटीएस की टीम शिक्षण संस्थान दारुल उलूम में पहुंची। यहां पर पहुंचने के बाद एटीएस अफसरों ने यहां के प्रबंधन को अपने विश्वास में लेने क बाद परिसर में बने छात्रावास के कमरा नम्बर 61 से छात्रों को हिरासत में लिया। हालांकि एक छात्र को पूछताछ के बाद छोड़ा गया और दूसरे छात्र तलहा को हिरासत में ले लिया।
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युवक के पास मिले ये सामान
संदिग्ध छात्र की अलमारी की जांच की गई तो उसमें बांग्लादेशी करेंसी, कुछ आईडी, पुस्तकें और अन्य दस्तावेज बरामद हुए। बांग्लादेशी युवक 2015 से अपनी पहचान छिपाकर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर देवबंद में रह रहा था। ऐसा दावा किया जा रहा है कि युवक के पास मिले मोबाइल से साक्ष्य मिले है कि युवक पाकिस्तान में रहने वाले कुछ लोगों के सम्पर्क में था और उसकी गतिविधियां संदिग्ध है।
संदिग्ध से पूछताछ जारी
हालांकि, इस कार्रवाई को लेकर एटीएस की ओर से अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है। दारुल उलूम के कार्यवाहक मोहतमिम मौलाना अब्दुल खालिक मद्रासी ने संस्था से कोई भी गिरफ्तारी नहीं होने की बात कही है। एटीएस संदिग्ध से पूछताछ में लगी है, उसके पास से कई संदिग्ध दस्तावेज भी मिले हैं।