कानपुर और कन्नौज में पीयूष जैन के घर कई दिनों तक छापेमारी के बाद अब मामले से संबंधित अन्य कई कारोबारी भी आयकर विभाग के निशाने पर हैं। 31 दिसंबर को सुबह-सुबह ही डीजीजीआई विजिलेंस की टीम ने दो बड़े इत्र कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है। इनमें से एक एक समाजवादी पार्टी के एमएलसी पुष्पराज जैन उर्फ पंपी भी शामिल हैं, जबकि दूसरे का नाम मलिक मियां है।
मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के 50 ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। ये ठिकाने नोएडा और कानपुर में स्थित हैं।
पीयूष जैन के ठिकानों से 200 करोड़ नकदी बरामद
बता दें कि पीयूष जैन के कानपुर और कन्नौज स्थित कई ठिकानों पर की गई छापेमारी में लगभग 200 करोड़ नकदी के साथ ही 23 किलो सोना और बेहिसाबी संपत्तियों के कई दस्तावेज बरामद किए गए हैं। कई दिनों तक चली छापेमारी 30 दिसंबर को समाप्त हुई है। उसके बाद अन्य कारोबारियों पर भी छापेमारी शुरू किए जाने से उत्तर प्रदेश की राजनीति में हड़कंप मच गया है। उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में और भी कई कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी की जाएगी।
कौन हैं पुष्पराज जैन उर्फ पंपी?
- पुष्पराज जैन उर्फ पंपी और मोहम्मद याकूब उर्फ मलिक मियां हैं सपा प्रमुख अखिलेश यादव के करीबी
- कन्नौज के छिपट्टी मोहल्ला निवासी पुष्पराज जैन के घर और कारखाने के साथ ही अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी
- अपने घर पर मौजूद हैं, एमएलसी जैन
- पुष्पराज जैन ने लॉन्च किया था समाजवादी इत्र
- पीयूष जैन के यहां छापेमारी के दौरान आया था इनका नाम
- कन्नौज, कानपुर, लखनऊ, आगरा और मुंबई के ठिकानों पर छापेमारी
- पुष्पराज जैन का मुंबई में है रिजनल कार्यालय
- इत्र कारोबारी एस. मोहम्मद याकूब के ठिकानों पर छापेमारी
- 31 दिसंबर, सुबह सात बजे से जारी है छापेमारी