UP STF: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर(Muzaffarnagar, Uttar Pradesh) में एसटीएफ की मेरठ यूनिट(STF’s Meerut unit) को 16 फरवरी को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। एसटीएफ ने शहर कोतवाली क्षेत्र(city police station area) से चार टाइम बम के साथ दो आरोपितों को गिरफ्तार(Two accused arrested with four time bombs) किया है। प्रारंभिक जांच पड़ताल में दोनों के तार मुजफ्फरनगर दंगों से जुड़े होने की जानकारी(Information about telegram being related to Muzaffarnagar riots) एसटीएफ को मिली है। उनसे पूछताछ जारी है। वहीं बम निरोधक दस्ता की टीम बरामद किए गए बमों को निष्क्रिय करने में जुटी हैं। इन बमों का इस्तेमाल किसी षड्यंत्र में किया जाना था।
पूछताछ में हो सकता है बड़ा खुलासा
प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (Law and Order) और यूपी एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश ने पत्रकारों को बताया कि मुजफ्फरनगर में दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके पास से चार आईडी बरामद किए गए। जिन लोगों ने ये टाइम बम बनाए हैं, उन्होंने मुजफ्फरनगर दंगों के दौरान भी ऐसे ही बम बनाकर बांटे थे। पकड़े गए आरोपितों में एक जावेद है और दूसरा उसका साथी। दोनों से बमों को लेकर पूछताछ जारी है।
संबंधित महिला की तलाश में जुटी पुलिस
जावेद ने पूछताछ में कबूल किया है कि यह बम खालापार इलाके में ही रहने वाली एक महिला ने ऑर्डर देकर बनवाए थे। टीम महिला की तलाश में जुटी है। इस मामले में एसटीएफ के एसपी बृजेश कुमार सिंह की पूछताछ में पता चला है कि जावेद इससे पहले भी टाइम बम बना चुका है। जावेद ने यह भी कबूल किया है कि उसने मुजफ्फरनगर में हुए दंगों में भी उसने बम बनाकर माहौल बिगाड़ने के लिए अपने लोगों को बांटे थे।
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जावेद का दादा पटाखे बनाने का करता था काम
जावेद की ननिहाल नेपाल में होने का पता चला है। उसका वहां भी आना-जाना अक्सर लगा रहता है। इससे पहले जावेद रेडियो रिपेयरिंग का भी काम करता था। जावेद के दादा का पटाखे बनाने का काम था। उसने दादा से ही बम बनाने की पूरी तरकीब सीखी। इसके बाद यूट्यूब आदि के जरिए उसने आईईडी बम बनाना सीख लिया।