अमेरिका और कनाडा ने चीन के शॉर्ट फॉर्म वीडियो ऐप ‘टिकटॉक’ को सुरक्षा के लिए खतरनाक मानते हुए उसपर प्रतिबंध लगा दिया है। व्हाइट हाउस ने संघीय एजेंसियों को सभी सरकारी उपकरणों से ‘टिकटॉक’ को पूरी तरह हटाने के लिए 30 दिनों का समय दिया है। कनाडा ने सरकार के सभी मोबाइल फोन और उपकरणों में ‘टिकटॉक’ पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। भारत ने टिकटॉक को असुरक्षित मानते हुए लंबे समय पहले ही कार्रवाई की थी।
अमेरिका में आदेश जारी
अमेरिकी प्रबंधन एवं बजट कार्यालय ने सोमवार को ‘टिकटॉक’ को लेकर कड़े दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इनमें कहा गया है कि यह ऐप संवेदनशील सरकारी डेटा के लिए जोखिम भरा है। उल्लेखनीय है कि अमेरिकी रक्षा मंत्रालय, गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय सहित कुछ एजेंसियां पहले ही इस पर प्रतिबंध लगा चुकी हैं। दिशा-निर्देशों में संघीय सरकार की बाकी एजेंसियों को 30 दिन के भीतर इसे पूरी तरह हटाने को कहा गया है। चीन की इंटरनेट प्रौद्योगिकी कंपनी ‘बाइटडांस लिमिटेड’ का टिकटॉक हद से ज्यादा लोकप्रिय है। करीब दो-तिहाई अमेरिकी किशोर इसका प्रयोग करते हैं।
कनाडा में प्रतिबंध
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा करते हुए कहा है कि इसे सरकारी मोबाइल फोन और उपकरणों से हटाया जाएगा। प्रतिबंध की यह कार्रवाई महज शुरुआत है। उन्होंने कहा कि कनाडा सरकार ने सभी संघीय कर्मचारी अब अपने मोबाइल फोन पर टिकटॉक का इस्तेमाल नहीं कर सकते। यह एप डेटा की सुरक्षा के लिए जोखिम भरा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि कनाडा के नागरिक भी इसका प्रयोग नहीं करेंगे।
यूरोपीय संघ ने की कार्रवाई
उल्लेखनीय है कि यूरोपीय संघ की कार्यकारी शाखा ने पिछले सप्ताह साइबर सुरक्षा उपाय के रूप में कर्मचारियों के मोबाइल फोन में टिकटॉक के प्रयोग पर अस्थायी प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी।
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चीनी ऐप पर भारत की कड़ाई
भारत ने देश की सुरक्षा को अहम मानते हुए चीन के सैकड़ो सोशल मीडिया ऐप और गेम पर प्रतिबंध लगा चुका है। इसमें बहुप्रचलित टिकटॉक ऐप भी है। इसके माध्यम से उपयोगकर्ता की निजी जानकारी चोरी होने का खतरा बना रहता है। यह कार्रवाई भारत ने वर्ष भर पहले ही कर दी थी, जिसे अब यूरोपीय संघ और अमेरिका-कनाडा ने भी अपनाया है।