Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के संभल (Sambhal) में चल रहे तनाव के बीच जिला प्रशासन (District Administration) ने 15 दिसंबर (रविवार) को सार्वजनिक स्थानों पर अवैध निर्माणों को हटाने के लिए अतिक्रमण विरोधी अभियान (Anti-encroachment drive) शुरू किया।
संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा के अनुसार, इस अभियान का उद्देश्य सार्वजनिक क्षेत्रों में अतिक्रमण को खत्म करना है और पिछले दो महीनों से चंदौली में भी इसे सक्रिय रूप से लागू किया जा रहा है।
#WATCH | Sambhal, UP: Sambhal SDM Vandana Mishra says, “Anti-encroachment drive is being run against encroachment on public places. This drive has also been run in Chandauli for the last two months… A drive is being run against electricity theft also in Sambhal…” https://t.co/K6nnvbmkyv pic.twitter.com/ka01V1y2rh
— ANI (@ANI) December 15, 2024
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एसडीएम का बयान
एसडीएम वंदना मिश्रा ने कहा, “सार्वजनिक स्थानों पर अतिक्रमण के खिलाफ अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया जा रहा है। चंदौली में भी पिछले दो महीने से यह अभियान चलाया जा रहा है… संभल में भी बिजली चोरी के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है।”
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शाही जामा मस्जिद इलाके में अतिक्रमण विरोधी अभियान
इससे पहले शनिवार सुबह शाही जामा मस्जिद इलाके में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया गया। एएनआई से बात करते हुए डीएम राजेंद्र पेंसिया ने कहा, “सुबह हम यह जांचने आए थे कि कहीं लाउडस्पीकर से अनावश्यक शोर (प्रदूषण) तो नहीं हो रहा है। देखा गया कि यहां बड़ी संख्या में बिजली चोरी हो रही है। करीब 15 से 20 घरों और धार्मिक स्थलों में बिजली चोरी हो रही है। जब हम एक मस्जिद में पहुंचे तो हमें 59 पंखे, एक फ्रिज, एक वॉशिंग मशीन और करीब 25 से 30 लाइट प्वाइंट मिले और मीटर बंद मिला। सघन जांच अभियान चल रहा है।”
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1978 से बंद मंदिर
इस बीच, उत्तर प्रदेश के संभल में 1978 से बंद एक मंदिर को फिर से खोल दिया गया है। रविवार को मंदिर परिसर की सफाई की गई और बिजली की व्यवस्था की गई। साथ ही सुरक्षा कारणों से सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। नगर हिंदू सभा के संरक्षक विष्णु शरण रस्तोगी ने पहले दावा किया था कि मंदिर 1978 के बाद फिर से खोला गया है। उन्होंने कहा कि मंदिर इसलिए बंद किया गया क्योंकि कोई पुजारी वहां रहने को तैयार नहीं था। संभल सर्किल ऑफिसर (एसओ) अनुज कुमार चौधरी ने पहले कहा था कि अतिक्रमण की सूचना का निरीक्षण करते समय उन्हें एक मंदिर मिला।
1978 के बाद फिर से खोला मंदिर
चौधरी ने शनिवार को एएनआई को बताया, “हमें सूचना मिली थी कि इलाके में एक मंदिर पर अतिक्रमण किया जा रहा है। जब हमने मौके का निरीक्षण किया, तो हमें वहां एक मंदिर मिला।” इस बीच, 1978 के बाद फिर से खोले गए भगवान शिव और हनुमान मंदिर के बाहर पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया और रविवार सुबह एक प्रार्थना समारोह (आरती) किया गया।
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