तो सुगम आवाजाही में भी उत्तम प्रदेश होगा उत्तर प्रदेश!

बरेली हवाई अड्डा उत्तर प्रदेश का आठवां हवाई अड्डा है। इसके पहले कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को डीजीसीए की अनुमति मिल चुकी है। इससे अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित करने के लिए उत्तर प्रदेश में तीन हवाई अड्डे मिले हैं। कुशीनगर हवाई अड्डे को फोर सी कैटगरी में अनुमति मिली है।

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उत्तर प्रदेश में हवाई पट्टियों के निर्माण की बड़ी कार्य योजना पर काम हो रहा है। इसी क्रम में प्रदेश का आठवां हवाई अड्डा बरेली में क्रियाशील हो गया। देश में हवाई अड्डों के मामलों में प्रदेश जल्द ही पांच अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों वाला एक मात्र राज्य होगा।

राज्य में कुशीनगर हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित करने की अनुमति मिल गई है। शीघ्र ही इस योजना के अनुरूप उड़ानें शुरू हो जाएंगी। इसके अलावा प्रदेश सरकार 2022 तक अयोध्या अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ानें शुरू करने के प्रयत्न में है जबकि, 2024 तक जेवर हवाई अड्डे को संचालित करने पर कार्य हो रहा है। इन हवाई अड्डों के संचालन में आने के बाद उत्तर प्रदेश पांच अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों वाला एक मात्र राज्य होगा।

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देश के मात्र इन राज्यों में हैं चार हवाई अड्डे
केरल और तमिलनाडु देश के ऐसे राज्य हैं जहां चार अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं। जबकि उत्तर भारत के किसी भी राज्य में दो से अधिक हवाई अड्डे नहीं थे। उत्तर प्रदेश में वाराणसी स्थित बाबतपुर हवाई अड्डे और लखनऊ हवाई अड्डे से अब तक अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित होती हैं। अब उसमें कुशीनगर का नाम जुड़ गया है। 23 फरवरी को कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एवियेशन ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित करने की अनुमति प्रदान कर दी है।

उत्तर प्रदेश में आठ हवाई अड्डे
प्रदेश में बरेली हवाई अड्डे को उड़ानें संचालित करने की अनुमति मिल गई है। यह राज्य का आठवां हवाई अड्डा है, इसके पहले लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर, हिंडन, आगरा और प्रयागराज हवाई अड्डों से उड़ाने संचालित होती रही हैं।

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नोएडा में एशिया का सबसे बड़ा हवाई अड्डा
जेवर हवाई अड्डा एशिया में सबसे बड़ा हवाई अड्डा होगा। इसकी नींव पड़ चुकी है। 1 मार्च को हवाई अड्डे के विकास के संदर्भ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में समझौते पर हस्ताक्षर हुए। इस हवाई अड्डे में पांच रनवे होंगे। जिनमें से दो हवाई पट्टियों के लिए भूमि का अधिग्रहण हो गया है जबकि, तीन हवाई पट्टियों के लिए भूमि अधिग्रहीत की जानी है।

अयोध्या हवाई अड्डे का कार्य तेजी से
अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर के निर्माण के पहले ही अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा निर्मित करने का प्रयत्न है। इस दिशा में केंद्र सरकार ने 250 करोड़ रुपए जारी किये हैं। जबकि, राज्य सरकार ने भी 321.99 वाख रुपए दिये हैं। इस हवाई अड्डे के 2022 तक शुरू हो जाने की आशा है।

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