उत्तर प्रदेश के जनपद कानपुर नगर में 26 दिसंबर की देर रात को जीएसटी इंटेलिजेंस टीम ने इत्र कारोबारी पीयूष जैन को गिरफ्तार कर लिया। जैन के आवास और ठिकानों से दौ सौ करोड़ से अधिक की रकम मिली। 300 करोड़ रुपये की सम्पत्ति के दस्तावेज मिले है। मुंबई और दुबई में भी संपत्ति का पता चला है। इसके अलावा करोड़ों रुपये का सोना बरामद हुआ है। छापेमारी की कार्रवाई अभी भी जारी है।
जीएसटी इंटेलिजेंस के डीजी ने पीयूष जैन की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया है कि इत्र व्यापारी पीयूष को 25 दिसंबर को हिरासत में लेकर उसके आवास और ठिकानों में छापेमारी शुरु की गई थी।
जमीन पर नोट और दीवारों में सोना
जीएसटी इंटेलीजेंस महानिदेशालय अहमदाबाद की टीम के मुताबिक 26 दिसंबर की रात तक दौ सौ करोड़ से अधिक की रकम मिली है। आनंदपुरी स्थित आवास और कन्नौज स्थित पैतृक घरों में भी नोटों के बंडल मिले हैं। कारोबारी के दोनों बेटे भी हिरासत में हैं। अधिकारी ने बताया कि उनके जानकारी के अनुसार इतिहास की यह सबसे बड़ी नकदी बरामदगी है।
बनायी गईं सुरंगनुमा अलमारियां
छापेमारी के दौरान टीम को मकानों की दीवारों, फर्श, तहखाना व सुरंगनुमा अलमारियों की पैमाइश की है। कंक्रीट की दीवार के साथ खड़ी की गई प्लाई की दीवार तोड़ने पर नोटों का बंडल निकला है। सुरंगनुमा अलमारी में भी नोटों के बंडल प्लास्टिक की बोरियों में दिखे, जिन पर कागज के बाद उसके ऊपर से पीले रंग का टेप लगा हुआ हैं। जांच अफसरों को 500 चाबियां मिलीं, लेकिन ताले 109 ही हैं। इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि घर में अभी भी गुप्त तिजोरियां बनी हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।
बड़े व्यापारियों में शुमार पीयूष जैन
पीयूष जैन कन्नौज में इत्र के बड़े व्यापारियों में शुमार हैं। 40 से अधिक कम्पनियों के मालिक हैं। मुंबई में पीयूष का हेड ऑफिस के अलावा एक बंगला भी है। जैन इत्र का सारा व्यापार मुंबई से करते हैं और यहीं से उनके इत्र विदेशों में भी सप्लाई किया जाता है।