Uttar Pradesh: भारतीय जनता पार्टी (B J P) द्वारा अयोध्या स्थित रामलला(Ramlala in Ayodhya) दर्शन के लिए शुरू की गई छत्रपति शिवाजी टर्मिनस-सलारपुर वापसी आस्था स्पेशल ट्रेन(Chhatrapati Shivaji Terminus-Salarpur return Aastha special train) पर लखनऊ से 15 किमी दूर बाराबंकी और मल्हौर स्टेशनों(Barabanki and Malhaur stations) के बीच कुछ श्रद्धालुओं ने पथराव की शिकायत की। हिंदुस्थान पोस्ट से बात करते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस(Uttar Pradesh Police) ने कहा कि उन्होंने मामले की जांच शुरू कर दी है।
खिड़की के दोनों ओर एक-एक पत्थर
अंधेरी उत्तर पश्चिम जिला मोर्चा महासचिव,वनिता गावंड ने कहा, “पुलिस ने खिड़कियां बंद करने के निर्देश दिए और कुछ ही मिनटों में मल्हौर स्टेशन के पास दोनों तरफ की खिड़कियों पर एक-एक पत्थर लगा। सौभाग्य से खिड़की का शीशा नहीं टूटा, नहीं तो खिड़की के पास बैठा स्वप्निल घायल हो जाता।”
पहले ही दे दिए गए थे खिड़कियां बंद करने के निर्देश
खिड़की के पास बैठे एक युवक और अंधेरी मालपा डोंगरी के निवासी स्वप्निल कदम ने कहा, “खिड़की बंद कर दो क्योंकि खिड़की से मोबाइल फोन या अन्य सामान चोरी हो सकते हैं। कुछ ही देर में अचानक एक पत्थर आकर खिड़की से टकराया। इसी तरह, दूसरी तरफ की खिड़की पर एक पत्थर गिरा,” स्वप्निल ने हिंदुस्थान पोस्ट से बात करते हुए कहा। स्वप्निल ने मांग की कि मामले की जांच की जाए।
ट्रेन के रुकने के कुछ देर बाद पुलिस आ गई। उन्होंने जानकारी मांगी। स्वप्निल ने कहा, ”मैंने बताया कि क्या हुआ था।”
यह आस्था स्पेशल ट्रेन 3 मार्च को मुंबई से रवाना हुई और 6 मार्च की दोपहर 12.15 बजे सलारपुर पहुंची। कथित पथराव की घटना शाम करीब साढ़े छह बजे, 6 मार्च की शाम चार बजकर 40 मिनट पर ट्रेन के लौटते समय हुई।
पुलिस जिम्मेदार
गावंड ने आक्रामक रुख अपनाते हुए पुलिस को जिम्मेदार ठहराया। गावंड ने पूछा, “अगर पुलिस को पता था कि इस इलाके में ऐसी पत्थरबाजी होती है, तो उन्होंने पहले कार्रवाई क्यों नहीं की।”
जब ट्रेन लखनऊ स्टेशन पर रुकी तो रेलवे पुलिस ने मामले का संज्ञान में लेते हुए एस-4 कोच के यात्रियों से और जानकारी ली और जांच का आश्वासन दिया।
(लखनऊ (उत्तर प्रदेश, आस्था स्पेशल ट्रेन) से हिंदुस्थान पोस्ट के पॉलिटिकल रिपोर्टर सुजित महामुलकर की रिपोर्ट)
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