उत्तराखंड के ऋषिगंगा और तपोवन टनल में एक बार फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया है। पानी भरने की सूचना मिलने के बाद लगभग डेढ़ घंटे के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन को रोक दिया गया था। बाद में स्थिति अनुकूल होने पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। हालात का जायजा लेने के लिए एयर फोर्स की टीम ने आपदा ग्रस्त ग्लेशियर और 10 गांवों का दौरा किया। टनल के भीतर पिछले चार दिन से 34 जिंदगियां फंसी हुई हैं। ये सभी फलशिंग टनल में काम करने गए थे।
#WATCH Uttarakhand: JCB machines, equipment and rescue teams exit the tunnel in Joshimath, Chamoli district where rescue operation is underway, as the operation has been temporarily halted due to a rise in the level of water in Rishiganga river. pic.twitter.com/u8JhPqCyFB
— ANI (@ANI) February 11, 2021
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पेश आ रही हैं कई तरह की चुनौतियां
चमोली में तपोवन- विष्णुगढ़ परियोजना की टनल में फंसे लोगों को बचाने में कई तरह की चुनौतियां पेश आ रही हैं। 10 फरवरी की रात टीम द्वारा जिस रणनीति के तहत काम किया जा रहा था, 11 फरवरी को दोपहर तक उसमें बदलाव लाना पड़ा। अब फिर से मेन टनल की सफाई कर टी प्वाइंट की तरफ बढ़ने की रणनीति पर काम करने का फैसला किया है। छह मीटर तक ड्रिल करने के बाद लोहे का जाल और कंक्रीट की मजबूत सतह मिलने के चलते और गहराई में ड्रिलिंग संभव नहीं हो पा रही है। इसीलिए ड्रिलिंग को रोककर अब फिर से से टनल से मलबा हटाने का काम शुरू किया गया है। बता दें कि घटना के दिन से ही टनल में फंसे 34 लोगों की जिंदगी के लिए एक-एक पल बेशकीमती है।