Varanasi के मण्डुवाडीह थाना क्षेत्र के जलालीपट्टी(Jalalipatti of Manduwadih police station area) में हिस्ट्रीशीटर सोनू यादव हत्याकांड(History-sheeter Sonu Yadav murder case) का पर्दाफाश पुलिस ने 36 घंटे के अंदर कर दिया। पुलिस टीम(police team) ने इस मामले में तीन आरोपितों को गिरफ्तार(Three accused arrested) कर उनकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त नाइन एमएम की पिस्टल, दो कारतूस भी बरामद(Nine mm pistol, two cartridges also recovered) किए हैं। गिरफ्तार आरोपितों में भुल्लनपुर निवासी सुनील पटेल, अभिषेक पटेल, नाथूपुर निवासी अजीत पटेल है। 23 मार्च को ये जानकारी डीसीपी वरूणा जोन श्याम नारायण सिंह ने पत्रकारों को दी।
सोनू यादव से थी पुरानी दुश्मनी
उन्होंने बताया कि पूछताछ में तीनों ने पुलिस अफसरों को बताया कि सोनू यादव से उनकी पुरानी दुश्मनी थी। कई बार उनलोगों से उसकी लड़ाई हुई थी। सोनू यादव ने सुनील पटेल के पिता बलवंत पटेल को नाथूपुर में ही गाली-गलौज देते हुए पीटा था। पिता की पिटाई से नाराज रवि पटेल, सुनील पटेल और साथी अभिषेक पटेल उर्फ कल्लू, अजीत पटेल, आनंद पटेल घात लगाकर जलालीपटृटी में बैठ गए। जैसे ही सोनू यादव छविकांत प्रधान के घर के सामने आया, उन लोगों ने उसे घेर लिया और गोली मार दी। सोनू के मरते ही वे लोग मौके से भाग निकले।
तीन आरोपी गिरफ्तार
डीसीपी के अनुसार फरार बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम छापेमारी में जुटी है। सोनू यादव के भाई राकेश यादव ने मंडुवाडीह थाने में इलाके के हिस्ट्रीशीटर रवि पटेल उर्फ वीरू, उसके पिता बलवंत पटेल, भाई सुनील पटेल उर्फ बाबू, आनंद पटेल उर्फ गोलू और अभिषेक पटेल उर्फ कन्नू व दो अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इसमें सुनील पटेल, अभिषेक पटेल और अजीत पटेल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
यह भी चर्चा
वहीं,चर्चा रही कि सुनील पटेल और अभिषेक पटेल ने खुद ही मंडुवाडीह थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। दोनों से पूछताछ के बाद पुलिस ने अजीत पटेल को भी दबोच लिया। आरोपितों की गिरफ्तारी में प्रभारी निरीक्षक मण्डुवाडीह भरत उपाध्याय, दरोगा सत्यप्रकाश यादव, पवन यादव, चन्द्रशेखर यादव आदि के साथ एसओजी टीम भी शामिल रही।