Gang rape case: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सख्त रुख के बाद सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस ने 12 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। अदालत ने आरोपितों को 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है। इस मामले में 11 अज्ञात आरोपितों की धरपकड़ के लिए गठित सात पुलिस टीम के साथ एसओजी और सर्विलांस सेल भी दबिश दे रही है। जिन जगहों पर युवती ने सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया है वहीं, पुलिस टीम सीसीटीवी फुटेज के जरिए आरोपितों की पहचान में लगी हुई है। पुलिस टीम गिरफ्तार आरोपियों पर गैंगस्टर लगाने की तैयारी में है।
इनमें पीड़िता का पुरूष मित्र राज विश्वकर्मा, समीर, आयुष, सोहेल, दानिश, अनमोल, साजिद, जाहिर, इमरान, जैब, अमन और राज खान शामिल हैं।
बताते चले पीड़ित युवती ने आरोप लगाया कि उसके साथ 23 युवकों ने दुष्कर्म किया था। सबसे पहले राज विश्वकर्मा उसे लंका स्थित कैफे में ले जाकर दुष्कर्म किया। दूसरे दिन समीर उसे बाइक पर बैठाकर हाईवे पर ले जाकर दुष्कर्म किया। समीर के साथ उसका एक दोस्त भी था। इसके बाद उसे नदेसर छोड़ा गया। वहां से मलदहिया स्थित कैंटीनेंटल कैफे, फिर औरंगाबाद स्थित एक गोदाम, इसके बाद हुकुलगंज के बघवानाला, फिर अस्सी ले जाकर दुष्कर्म किया गया। इसके बाद उसे आरोपितों ने चौकाघाट लाकर छोड़ दिया। यहां से घर पहुंची युवती ने परिजनों के साथ लालपुर पांडेयपुर थाना पहुंचकर छह अप्रैल को 12 नामजद व 11 अज्ञात पर मुकदमा कराया था।
पीड़िता हेपेटाइटिस-बी पॉजिटिव
सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता मेडिकल जांच में हेपेटाइटिस बी पॉजिटिव पाई गई है। चिकित्सकों के अनुसार पीड़िता की स्थिति गंभीर है। लंबे समय तक नशीले पदार्थों के सेवन के कारण उसे पीलिया हो गया है। यह स्थिति उसकी सेहत के लिए गंभीर खतरे का संकेत है। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पीड़िता की दोबारा मेडिकल जांच कराने की तैयारी है।
Media Reports: यूक्रेन-रूस युद्ध होगा समाप्त? जानिये ट्रम्प ने क्या कहा
प्रधानमंत्री ने ली थी जानकारी
बताते चलें कि 11 अप्रैल को वाराणसी दौरे के दौरान, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विशेष विमान से उतरते ही पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल, मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा और जिलाधिकारी एस राजलिंगम से पूरी जानकारी ली थी। प्रधानमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।