मणिपुर (Manipur) के इंफाल (Imphal) में फिर से हिंसा (Violence) भड़कने के बाद सेना (Force) बुलाई गई है। इंफाल के न्यू लेम्बुलेन इलाके में उपद्रवियों ने खाली घरों में आग लगा दी। सुरक्षाकर्मी मौके पर मौजूद हैं। सेना ने कहा कि इंफाल के बाहरी इलाके में 22 मई सुबह संभावित झड़प की सूचना के जवाब में सेना और असम राइफल्स (Assam Rifles) की एक टुकड़ी को भेजा गया और स्थिति को नियंत्रण में लाया गया।
सेना की ओर से कहा गया कि 3 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है और 2 हथियार बरामद किए गए हैं। स्थिति शांतिपूर्ण है। गौरतलब है कि 3 मई को मैतेई समुदाय द्वारा अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मांग के विरोध में मणिपुर में आदिवासी एकता मार्च के दौरान हिंसा भड़क गई थी। हिंसा शुरू होने के बाद से मैतेई और कुकी समुदायों के बीच संघर्ष में 70 से अधिक लोगों की जान चली गई है। राज्य में इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित की गई थीं।
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हालात पर काबू पाने के लिए सेना तैनात
मैतेई समुदाय मणिपुर में लगभग 53 प्रतिशत आबादी का गठन करता है और ज्यादातर इंफाल घाटी में रहता है। जनजातीय समुदाय-नागा और कुकी सहित- आबादी का लगभग 40 प्रतिशत हिस्सा बनाते हैं और पहाड़ी जिलों में रहते हैं। पूर्वोत्तर राज्य में स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए सेना और अर्द्धसैनिक बलों के लगभग 10,000 कर्मियों को तैनात किया गया था।
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