दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन को तिहाड़ जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट देने का मामला काफी दिनों से चर्चा में है। अब इस मामले में जेल अधीक्षक पर कार्रवाई की गई है। तिहाड़ जेल के अधीक्षक अजित कुमार को इस मामले में सस्पेंड कर दिया गया है।
मामले में दिल्ली सरकार के कारागार विभाग ने कहा है कि पहली नजर में अजित कुमार की लापरवाही सामने आई है। इस मामले की जांच को आगे बढ़ाने के आदेश दिए गए हैं।
पैर का मसाज कराते पाए गए थे सत्येंद्र जैन
अजित कुमार जेल नंबर-7 के इंचार्ज थे। इसी जेल में सत्येंद्र जैन को रखा गया है। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार आम आदमी पार्टी सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन एक अनजान व्यक्ति से अपने पैर का मसाज करते पाए गए थे।
ये हैं आरोपी
27 जुलाई को ईडी ने सत्येंद्र जैन समेत छह आरोपितों और चार कंपनियों को आरोपित बनाया है। ईडी ने चार्जशीट में जिन्हें आरोपित बनाया है, उनमें सत्येंद्र जैन, सत्येंद्र जैन की पत्नी पूनम जैन, सत्येंद्र जैन के करीबी वैभव जैन, अंकुश जैन, सुनील कुमार जैन, अजित कुमार जैन के अलावा अकिंचन डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, प्रयास इंफोटेक प्राइवेट लिमिटेड और जेजे आइडियल कंपनियों के नाम शामिल हैं। इस मामले में सत्येंद्र जैन, वैभव जैन और अंकुश जैन पहले से न्यायिक हिरासत में हैं। इस मामले में सत्येंद्र जैन को 30 मई को गिरफ्तार किया गया था, जबकि वैभव जैन और अंकुश जैन को एक जुलाई को गिरफ्तार किया गया था।
ये है आरोप
ईडी के मुताबिक इस मामले में कैश दिल्ली में दिया गया। ये कैश कोलकाता में हवाला के जरिये एंट्री ऑपरेटर्स तक पहुंचा। ये एंट्री ऑपरेटर्स कंपनियों में शेयर खरीद कर निवेश करते थे। ये फर्जी कंपनियां थीं। इन फर्जी कंपनियों में निवेश कर काला धन को सफेद बनाया जा रहा था। पैसों से जमीन खरीदने का काम किया गया। प्रयास नामक एनजीओ के जरिये कृषि भूमि खरीदी गई।