महाराष्ट्र के अधिकांश हिस्सों में मानसून सक्रिय है। कोंकण और पूर्वी विदर्भ में बारिश बढ़ गई है। साथ ही पूरे मध्य महाराष्ट्र, खानदेश, मराठवाड़ा में हल्की बारिश हो रही है।
पालघर, ठाणे, मुंबई, रायगढ़, रत्नागिरी, पुणे, सतारा, चंद्रपुर, गढ़चिरौली, गोंदिया और यवतमाल जिलों को मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है और कई जगहों पर भारी बारिश की भी संभावना ह। इस बारिश से खरीब की रुकी हुई बुआई में तेजी आएगी और जहां फसलें उग आई हैं, वहां की फसलों को राहत मिलेगी।
अगले तीन दिन अहम
पुणे मौसम विभाग के वैज्ञानिक के. एस. होसालिकर ने एक सैटेलाइट इमेज जारी की है। ऐसा देखा जा रहा है कि विदर्भ के एक हिस्से को छोड़कर पूरे राज्य में मानसूनी बादल छाए हैं। इसके मुताबिक अगले दो से तीन दिनों तक कोंकण खासकर रायगढ़, सिंधुदुर्ग में भारी बारिश का अनुमान है। इसके साथ ही पश्चिमी मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में मध्यम बारिश होने का अनुमान है। वहीं, मुंबई, ठाणे में हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान लगाया गया है।
खानदेश में भी बारिश
पिछले दो दिनों में खानदेश के नासिक, जलगांव, नंदुरबार जिलों में लगातार कम बारिश हुई है, वहीं धुले जिले में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हुई। नगर, पुणे, सतारा, सांगली, सोलापुर, कोल्हापुर जिलों में बादल छाए रहे लेकिन अलग-अलग स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश हुई। कई जगहों पर हल्की बारिश से फसलों को राहत मिली है।
मराठवाड़ा में भारी बारिश का इंतजार
मराठवाड़ा के अधिकांश हिस्सों में हल्की बारिश हुई है। परभणी, हिंगोली जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई, जिससे कपास, सोयाबीन, मूंग, उदीद जैसी फसलों को राहत मिली। हालांकि अभी भी कई इलाकों में बारिश नहीं हुई है और फसलें सूख रही हैं। स्थिति यह बनी है कि खरीफ सीजन बर्बाद हो गया है। बुआई के लिए अभी भी तेज बारिश की जरूरत है।
विदर्भ में भारी बारिश
पूर्वी विदर्भ के कई हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश हुई और अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हुई। पश्चिम विदर्भ में रिसोड़, बड़वा, मुरमाडी, सालेकसा, सखरीटोला, देवरी, चिंचगड, सिंदीबिरी, करोडी, नवेगांवबांध, बोधगांवदेवी, अर्जुनीमोरगांव, महागांव, कशोरी, घोटनगांव, डाबा, ब्रम्हपुरी, अन्हेर नवरगांव, चौगुन, सावली, पाथरी में मध्यम बारिश हुई। पूर्वी विदर्भ के धनोरा, घोट, पुराडा, गढ़चिरौली इलाकों में भी अच्छी बारिश हुई। अत: इस क्षेत्र की धान की फसल को बहुत लाभ हुआ है।