कोलकाता के मोमिनपुरा में मुसलानों के हमले के दो दिन बाद भी लोगों में दहशत है। वहां की महिलाओं ने अपनी आपबीती बताई है। एक हिंदू महिला ने अपने ऊपर बीती यातनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि हम उस रात से डर के साए में जी रहे हैं। उन्होंने बम फेंककर डर का माहौल पैदा कर दिया। हमारे लड़कों को घर से भगा दिया। डर से हम लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा।
पीड़िता ने कहा कि इस क्षेत्र के लोग अपना घर-बाग छोड़कर सड़कों पर रहने के लिए मजबूर है। पुलिस भी चार घंटे बाद आई। हिंदुओं ने पुलिस द्वारा समय पर सहायता न मिलने पर दुख व्यक्त किया। हालांकि कोलकाता के मेयर और ममता सरकार के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस क्षेत्र से अधिक दूरी पर नहीं रहती हैं। ताज्जुब की बात है कि इनमें से कोई भी इनकी सहायता के लिए नहीं आया। हैरानी की बात यह भी है कि पुलिस थाना भी यहां से मात्र 15 मिनट की दूरी पर है।
एक पीड़ित ने कहा कि देखो मेरा घर पूरी तरह जल गया। वहीं एक महिला ने रोते हुए बताया कि इस हमले में सबसे ज्यादा नुकसान मुझे ही हुआ है।
বোমা ইট মারা হচ্ছে তাই জন্য পুলিশকেও পালাতে হচ্ছে পরিস্থিতি এতটাই খারাপ যে গণতন্ত্রের মুখে কালি মাখিয়ে দিয়েছে লক্ষ্মী পূজার দিন। pic.twitter.com/M7Xnu14pak
— PRITAM SUR (@pritamsur1) October 9, 2022
एक अन्य हिंदू पीड़ित ने बताया कि खिड़कियों से हमारे घरो में पेट्रोल बम फेंका गया। खिड़की टूट गई और कांच पूरे घर में बिखर गया। पथराव के कारण जगह-जगह ईंटे पड़ी थीं। सुबह हमने सफाई की। हमें डर था कि हमारा घर न गिर जाए।
Join Our WhatsApp CommunityOn Sharad Purnima, when Bengali Hindus celebrate Kojagari Lakshmi Puja, Mominpura, a suburb of Kolkata, is witnessing communal violence. Kolkata police abandoned the Ekbalpore police station, perhaps on the orders of Home Minister Mamata Banerjee, while Islamists were on rampage. pic.twitter.com/hdNCd5wpLg
— Amit Malviya (@amitmalviya) October 9, 2022