पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में पहली बार बूथ मोबाइल ऐप का इस्तेमाल किया जाएगा। इस ऐप के जरिए फर्जी मतदाताओं की पहचान करने और चुनाव प्रक्रिया के ब्योरे को तत्काल सामने लाने में निर्वाचन आयोग को मदद मिलेगी। चुनाव में इस तकनीक का इस्तेमाल करनेवाला पश्चिम बंगाल पहला राज्य होगा। हालांकि इस वर्ष पश्चिम बंगाल के साथ ही असम, केरल, तमिलनाडु और केंद्र शासित प्रदेश पुड्डुचेरी में भी विधानसभा चुनाव कराए जाने हैं। लेकिन इन स्थानों पर इस ऐप का इस्तेमाल किया जाएगा या नहीं इस बारे में फिलहाल कोई जानकारी नही मिल पाई है।
फेक वोटर्स पर शिकंजा कसने में काफी महत्वपूर्ण
निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि यह योजना अभी शुरुआती दौर में है और इस बारे में अभी और चर्चा होना बाकी है। अभी चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है। इसलिए इस बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। हालांकि अधिकारी ने माना कि बूथ मोबाइल ऐप फेक वोटर्स पर शिकंजा कसने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
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ऐप ऐसे करेगा काम
इस अधिकारी ने इसकी कार्य प्रणाली के बारे में बताते हुए कहा, ‘जैसे ही कोई मतदाता मतदान करेगा, उसका डाटा निर्वाचन आयोग के सर्वर पर चला जाएगा, इससे पीठासीन अधिकारी वास्तविक समय में मतदान प्रतिशत एवं अन्य जानकारी प्राप्त कर सकेगा।’ अधिकारी के मुताबिक बूथ ऐप मतदान के दोहराव का पता लगाने में काफी कारगर साबित होगा। ऐसा होने पर वह चुनाव अधिकारियों मे फोन पर तेज आवाज करके उन्हें इसकी जानकारी उपलब्ध कराएगा।
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प्रायोगिक तौर पर ऐप का किया गया है इस्तेमाल
बता दें कि इस ऐप का इस्तेमाल प्रायोगिक तौर पर वर्ष 2919 में उत्तर प्रदेश के पांच, बिहार के तीन और पंजाब के तीन बुथों और झारखंड की 10 सीटों पर किया गया था। लेकिन अभी तक इसका अधिकारिक रुप से इस्तेमाल नहीं किया गया है। बता दें कि पश्चिम बंगाल में अप्रैल-मई में कुल विधानसभा की कुल 294 सीटों पर चुनाव कराए जाने हैं।