भारत रत्न (Bharat Ratna) देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान (Highest Civilian Honor) है। यह सम्मान राष्ट्र सेवा (National Service) के लिए दिया जाता है। यह सम्मान कला, साहित्य, विज्ञान, समाज सेवा और खेल के क्षेत्र में देश के लिए उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को दिया जाता है। भारत रत्न पुरस्कार (Bharat Ratna Award) का शुभारंभ तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद (President Dr. Rajendra Prasad) ने 1954 में किया था।
1954 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने भारत रत्न देने की शुरुआत की। 1954 में पहली बार तीन हस्तियों को भारत रत्न दिया गया। ये तीन हस्तियां थीं, स्वतंत्र भारत के प्रथम गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन और वैज्ञानिक चन्द्रशेखर वेंकटरमन।
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भारत में कितने हैं भारत रत्न ?
भारत रत्न किसी भी क्षेत्र में सर्वोच्च योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा प्रदान किया जाता है। यह भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। अब तक 53 लोगों को यह सम्मान दिया जा चुका है। भाजपा सरकार 2024 में 5 लोगों को इस सम्मान से सम्मानित कर चुकी है। कर्पूरी ठाकुर, लालकृष्ण आडवाणी, चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव और वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया है।
एक वर्ष में कितने भारत रत्न दिए जा सकते हैं?
एक वर्ष में अधिकतम तीन लोगों को भारत रत्न प्रदान किया जाने के नियम होने की बात कही जाती है। लेकिन, 2024 में केंद्र की भाजपा सरकार ने एक साल में अब तक पांच लोगों को भारत रत्न से सम्मानित किया है। कुछ विशेषज्ञ के अनुसार, केंद्र सरकार को कितने भी भारत रत्न सम्मान देने का अधिकार है।
भारत रत्न देने के क्या हैं नियम?
भारत रत्न पाने वालों को किसी विशेष नियम का पालन नहीं करना पड़ता है। यह पुरस्कार किसी भी जाति, धर्म, पेशे, स्थिति या लिंग के व्यक्ति को दिया जा सकता है, जिसने किसी भी क्षेत्र में देश की सेवा की हो।
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