कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) से एक बार फिर बुरी खबर आई है। नामीबिया (Namibia) से लाए गए दो और चीता शावकों (Cheetah Cubs) की मौत (Death) हो गई है। इससे पहले 23 मई को भी एक शावक की मौत हुई थी। दरअसल, हाल ही में ज्वाला नाम की एक मादा चीता ने 4 शावकों को जन्म दिया था। इसके बाद एक शावक की मौत हो गई थी। वहीं स्थिति को देखते हुए शेष 3 शावकों और मादा चीता ज्वाला को वन्यप्राणी चिकित्सकों की टीम की निगरानी में रखा गया।
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने बताया है कि 23 मई को भीषण गर्मी पड़ी थी और खामोशी जारी रही। इसके चलते तीनों शावकों की असामान्य स्थिति और गर्मी को देखते हुए प्रबंधन और वन्यजीव चिकित्सकों की टीम ने तुरंत तीनों शावकों को बचाने और आवश्यक उपचार करने का निर्णय लिया। लेकिन इसी बीच दो शावकों की हालत बिगड़ गई और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
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सीएम चौहान ने ली बैठक
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) की अध्यक्षता में 26 मई को मुख्यमंत्री आवास में प्रदेश में चीतों के पुनर्वास से संबंधित गतिविधियों की समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री को वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा चीतों के पुनर्वास, उनकी क्वारंटाइन अवधि और उनकी देखभाल से संबंधित विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया गया।
मादा चीता ने 4 शावकों को जन्म दिया था
पिछले साल 17 सितंबर को 8 चीतों को नामीबिया से कूनो नेशनल पार्क लाया गया था। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका से 12 चीतों का एक और जत्था भी लाकर यहां बसाया गया था। नामीबिया से लाई गई मादा चीता ज्वाला ने 24 मार्च को ही पार्क में 4 शावकों को जन्म दिया।
कूनो नेशनल पार्क में अब तक कितने चीतों की मौत
23 मई को एक शावक की मौत हो गई।
25 मई को दो और शावकों की भी मौत हो गई।
9 मई को मादा चीता दक्ष घायल अवस्था में मिली थी। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी।
23 अप्रैल को उदय नाम के चीते की मौत हो गई थी।
26 मार्च को भी मादा चीता साशा की किडनी में संक्रमण हुआ था, इलाज के बाद उसकी मौत हो गई।
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