टाइटैनिक जहाज के मलबे को देखने के लिए समुद्र में उतरी टाइटन पनडुब्बी के हादसे का शिकार होने के बाद उसका मलबा निकाल लिया गया है। सेंट जान्स, न्यूफाउंडलैंड और लेब्राडोर में बंदरगाहों पर आया मलबा इस बात की जांच में अहम साबित होगा कि पनडुब्बी में विस्फोट कैसे हुआ, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गयी थी।
कनाडाई पोत होराइजन आर्कटिक ने पनडुब्बी के अवशेष खोजने के लिए टाइटैनिक के मलबे के पास समुद्री सतह में दूर से संचालित वाहन (आरओवी) से जांच की।
पड़ताल पूरी करने का दावा
आरओवी के स्वामित्व वाली कंपनी पेलागिक रिसर्च सर्विसेस ने 28 जून को एक बयान में कहा कि उसने पड़ताल पूरी कर ली है। उसने कहा कि उसका दल अभी मिशन पर है और टाइटन के बारे में चल रही जांच पर कोई टिप्पणी नहीं की जा सकती। इस काम में अमेरिका और कनाडा की अनेक सरकारी एजेंसियां शामिल हैं।
टाइटैनिक के मलबा देखने गए थे लोग
अमेरिकी तटरक्षक ने पिछले को कहा था कि पनडुब्बी का मलबा समुद्र के भीतर टाइटैनिक जहाज के मलबे से सैकड़ों फुट दूर 12,500 फुट की गहराई में मिला। पनडुब्बी में सवार लोग टाइटैनिक के मलबे को देखने गए थे।