दिल्ली के जंतर-मंतर (Jantar Mantar) पर पहलवानों (Wrestlers) का धरना प्रदर्शन जारी है। इस बीच, 2016 रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता पहलवान साक्षी मलिक (Wrestler Sakshi Malik) ने भारतीय कुश्ती महासंघ (Wrestling Federation of India) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) को चुनौती दी है। उन्होंने बृजभूषण को नार्को टेस्ट (Narco Test) कराने और खुद को निर्दोष साबित करने की चुनौती दी है।
साक्षी ने कहा कि डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृज भूषण को सात पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद अपनी बेगुनाही पर यकीन है तो उन्हें लाई डिटेक्टर नार्को टेस्ट कराना चाहिए। विरोध करने वाले पहलवानों ने यह भी कहा कि अगर बृजभूषण अभी भी डब्ल्यूएफआई के कामकाज में शामिल रहे, तो वे प्रतियोगिताओं के आयोजन का विरोध करेंगे।
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साक्षी मलिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा
मैं डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष को नार्को टेस्ट कराने की चुनौती देती हूं। हम जांच के लिए भी तैयार हैं। सच्चाई सामने आनी चाहिए कि कौन दोषी है और कौन नहीं। वहीं, 2021 टोक्यो ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले बजरंग पूनिया ने कहा, हम चाहते हैं कि सभी प्रतियोगिताएं आईओए के एड-हॉक पैनल के तहत हों। अगर बृजभूषण किसी तरह से इसके कार्यक्रमों में शामिल होते हैं तो हम इसका विरोध करेंगे। बृजभूषण के खिलाफ जांच की धीमी प्रक्रिया के विरोध में पहलवानों ने बांह पर काली पट्टी बांधने का भी फैसला किया। धरने पर बैठे पहलवान बृजभूषण पर एक नाबालिग समेत सात महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न और डराने-धमकाने के आरोप में गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
पहलवानों ने अभ्यास शुरू किया
दिल्ली पुलिस ने 28 अप्रैल को डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज की थी। हालांकि अब तक जांच पूरी नहीं हो सकी है। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को फटकार भी लगाई थी। इससे पहले सोमवार को खबरें आई थीं कि हड़ताल पर चल रहे पहलवानों ने 15 दिन बाद टूर्नामेंट के लिए अभ्यास शुरू कर दिया है। बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट जैसे पहलवानों ने सोमवार को अभ्यास किया था। ये पहलवान एशियन गेम्स के लिए ट्रायल्स की तैयारी कर रहे हैं। वहीं, आईओए के तदर्थ पैनल ने 17 मई से ट्रायल कराने का फैसला किया है।